खुश हूं कि इस पिच पर फिर नहीं खेलना है, फाइनल में पहुंचना सुखद : माक्ररम |

खुश हूं कि इस पिच पर फिर नहीं खेलना है, फाइनल में पहुंचना सुखद : माक्ररम

खुश हूं कि इस पिच पर फिर नहीं खेलना है, फाइनल में पहुंचना सुखद : माक्ररम

:   Modified Date:  June 27, 2024 / 01:04 PM IST, Published Date : June 27, 2024/1:04 pm IST

तारोबा, 27 जून (भाषा ) दक्षिण अफ्रीका को पहली बार टी20 विश्व कप फाइनल में ले जाने वाले कप्तान एडेन माक्ररम इस पिच पर दोबारा नहीं खेलना चाहते लेकिन उन्हें खुशी है कि उनकी टीम ने चुनौतीपूर्ण पिच पर एकतरफा जीत दर्ज की ।

ब्रायन लारा स्टेडियम की पिच पर मिलने वाली सीम का फायदा उठाकर उनके तेज गेंदबाजों ने अफगानिस्तान को 56 रन पर आउट करके नौ विकेट से जीत दर्ज की ।

माक्ररम ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ अगर पिच की बात करें तो हमें खुशी है कि इस पर दोबारा नहीं खेलना है । टी20 क्रिकेट में आप मनोरंजन चाहते हैं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ पूरे टूर्नामेंट में पिचें चुनौतीपूर्ण थी । वैसे यह कहना मुश्किल है कि विकेट कठिन थी क्योंकि हमेशा यह बल्लेबाजों का खेल तो नहीं हो सकता । ऐसी विकेटों पर जीत के रास्ते निकालना अहम था ।’’

दक्षिण अफ्रीका को अब बारबडोस में फाइनल में इंग्लैंड या भारत से खेलना है ।

माक्ररम ने कहा ,‘‘ हम अपने पूरे कैरियर में यही करते आये हैं । एक जगह से दूसरी जगह , अलग अलग हालात में खेलना । एक बार फिर पिच के अनुरूप ढलना होगा । एक बार फिर जीतने के रास्ते निकालेंगे।’’

इससे पहले पुरस्कार वितरण के बाद उन्होंने कहा ,‘‘ यह हमारे लिये अगला कदम है । फाइनल हम पहली बार खेलने जा रहे हैं लेकिन डरने की कोई बात नहीं है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह जीत हमारे लिये काफी मायने रखती है । हमारे पास कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं लेकिन इस तरह के प्रदर्शन के लिये पूरी टीम को एक ईकाई के रूप में खेलना होता है ।’’

अफगानिस्तान को 56 रन पर समेटने वाले अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ हमने शानदार गेंदबाजी की । सही जगहों पर गेंद डाली । गेंदबाजों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है ।’’

माक्ररम ने कहा ,‘‘ इन हालात में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण था । किस्मत ने हमारा साथ दिया कि हम साझेदारी निभा सके । कुछ मुकाबले करीबी रहे और दक्षिण अफ्रीका में भोर में उठकर मैच देखने वालों की सांसें थम गई होगी लेकिन शुक्र है कि आज ऐसा नहीं हुआ ।’’

भाषा मोना पंत

पंत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)