पंद्रह बरस की समीना ने आइस हॉकी में शानदार खेल से लद्दाख में महिलाओं के हौसले को दिये पंख |

पंद्रह बरस की समीना ने आइस हॉकी में शानदार खेल से लद्दाख में महिलाओं के हौसले को दिये पंख

पंद्रह बरस की समीना ने आइस हॉकी में शानदार खेल से लद्दाख में महिलाओं के हौसले को दिये पंख

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Modified Date: January 28, 2025 / 05:48 PM IST
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Published Date: January 28, 2025 5:48 pm IST

करगिल, 28 जनवरी (भाषा) घर में बेकार पड़े स्कीइंग जूतों की एक जोड़ी की मदद से करगिल के छोटे से गांव ट्रेस्पोन  की 15 साल की समीना खातून आइस हॉकी खेलने वाली अपने गांव की पहली महिला खिलाड़ी बन गयी।

अपनी मां के कड़े विरोध के बाद भी समीना ने खुद को स्कीइंग जूतों को पहनने से नहीं रोका। खास तरह के इस जूते को समीना के चाचा ने उनके बड़े भाई को उपहार में दी थी लेकिन उसके भाई को स्कीइंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

इन जूतों हालांकि समीना के हौसले को पंख दिये और उसमें कम उम्र में ही खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों (केआईडब्ल्यूजी) 2025 में अपने हुनर का लोहा मनवाया।

लद्दाख की टीम की इस सबसे कम उम्र की खिलाड़ी ने लेह में संपन्न खेलो में चिर प्रतिद्वंद्वी आईटीबीपी के खिलाफ स्वर्ण पदक मैच में गोल भी किया जिसे उनकी टीम ने 4-0 से अपने नाम किया।

बेटी को प्रसिद्धि मिलने के बाद समीना की मां फातिमा बानो और पिता मोहम्मद यूनुस का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।

समीना ने कहा, ‘‘ मुझे खेलों में अभी लंबा सफर तय करना है।’’

खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के आयोजन को दो चरणों में विभाजित किया गया है । इसका पहला चरण 23 से 27 जनवरी तक लद्दाख में हुआ जबकि दूसरा चरण 22 से 25 फरवरी तक गुलमर्ग में आयोजित होगा।

       करगिल के बारू स्थित मुताहारी पब्लिक स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा समीना खेलों में नाम कमाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती थी। वह 10 वर्ष की उम्र से ही स्कूल और अभ्यास के बीच तालमेल बनाने के लिए संघर्ष करती रही । इस बीच वह हालांकि अपने माता-पिता की स्वीकृति हासिल करने में सफल रही।

समीना के सहपाठी भी उसकी सफलता प्रभावित है। वे उनकी स्कूल की छूटी हुई पढ़ाई पूरी करने में मदद करते हैं।

समीना की मेहनत रंग लाई और उसने लद्दाख की महिला आइस-हॉकी टीम में जगह बनाकर इन खेलों के मौजूदा सत्र की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गयी।

वह इससे पहले करगिल के क्लबों के लिए खेलती रही है। उसने एलजी कप, सीईसी कप जैसे टूर्नामेंटों में अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। समीना ने सीईसी कप 2024-25 में डाउनहिल कारगिल एडवेंचर स्पोर्ट्स क्लब का प्रतिनिधित्व करते हुए छह गोल किए और टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गयी।

करगिल में स्थानीय समुदाय बिना किसी लैंगिक पूर्वाग्रह के नयी पीढ़ी के सपनों को पूरा करने की आजादी दे रहे हैं। महिलाओं को अब उनकी पसंद के पेशे को आगे बढ़ाने के लिए उनके परिवारों और समाज द्वारा बड़े पैमाने पर समर्थन और प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

इसमें जिला प्रशासन का भी अहम योगदान रहा है। करगिल के  जिला युवा सेवा और खेल अधिकारी आबिद अली ने कहा कि उन्होंने हाल के वर्षों में इस सकारात्मक बदलाव को देखा है। यह प्रगति उस पहल का हिस्सा है जिसमें हम पुरुष प्रधान खेलों में लड़कियों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते है।

करगिल जिले में छह महिला आइस हॉकी क्लब (कुकशो, चिकतन, बोदखारबू, मुलबेक, द्रास और कारगिल) हैं। महिलाओं को इस तरह के खेलों से जोड़ने के लिए खिलाड़ियों को रियायती दरों पर उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

लद्दाख महिला आइस हॉकी फाउंडेशन की स्थापना 2016 में हुई थी। यह लद्दाख के ग्रामीण क्षेत्रों की यात्रा कर छोटे बच्चों को कोचिंग प्रदान कर रहा है।

लद्दाख की गोलकीपर नूर जहां ने कहा, ‘‘ हमने अपनी पहचान बनाने के लिए एक लंबा सफर तय किया है और हम यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेते हैं कि टीम के लिए नये और सक्षम खिलाड़ियों की पहचान की जाए।  

भाषा आनन्द मोना

मोना

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)