मॉस्को। फीफा वर्ल्ड कप 2018 में विजेता होने की दावेदार मानी जा रही अर्जेंटीना को आज पहली बार वर्ल्ड कप खेल रही आइसलैंड की टीम ने ही 1-1 की बराबरी पर रोक दिया। आइसलैंड की इस उपलब्धि के पीछे गोलकीपर हेंस थोर हैल्डोरसल का शानदार प्रदर्शन रहा। इस मुकाबले में हैल्डोरसल ने कई शानदार बचाव किए, जिसमें 64वें मिनट में अर्जेंटीना को मिली पेनाल्टी भी शामिल है।
यह पेनाल्टी महान फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी के हिस्से में आई थी लेकिन गोलकीपर हैल्डोरसल के शानदार पर्फामेंस की वजह से वे इसे गोल में तब्दील नहीं कर सके। आइसलैंड की टीम का खेल देखकर किसी को यकीन नहीं हुआ कि वह अपना पहला वर्ल्डकप खेल रही है।
आइसलैंड ने मैच शुरु होते ही 20 सेकेंड के अंदर ही टीम के स्टार खिलाड़ी जिल्फि सिगर्डसन ने 20 गज की दूरी से गोल दागने का प्रयास किया। इसके बाद सभलते हुए अर्जेंटीना ने हमले तेज कर दिए। अर्जेंटीना को 5वें मिनट में फ्री-किक मिली। जिस पर मेसी ने बॉक्स के बाहर बाएं छोर से शानदारी फ्री-किक ली। लेकिन डिफेंडर निकोल्स ओटामेंडी हेडर के बावजूद गेंद को गोल में नहीं डाल पाए।
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19वें मिनट में स्ट्राइकर सर्गियो एग्वेरो ने बाएं पैर से शानदार गोल दागा। जिससे अर्जेंटीना को 1-0 की बढ़त हासिल हुई। हालांकि महज 4 मिनट बाद ही आइसलैंड के स्ट्राइकर अल्फ्रेड फिनबोगसन ने गोल दाग दिया। इस तरह दोनों टीमें अब 1-1 पर खेल रही थीं।
पहला हाफ समाप्त तक यही स्कोर रहा। इसके बाद मैच के 64वें मिनट में आइसलैंड की टीम दबाव में नजर आई और गलती कर अर्जेंटीना को पेनाल्टी दे बैठी। लेकिन मेसी पेनाल्टी को गोल में तब्दील नहीं कर पाए। इस तरह ये मैच 1-1 की बराबरी पर रहा।
वेब डेस्क, IBC24