कप्तानों को जल्दबाजी में बर्खास्त न करें: गिलेस्पी, कर्स्टन ने पीसीबी से कहा |

कप्तानों को जल्दबाजी में बर्खास्त न करें: गिलेस्पी, कर्स्टन ने पीसीबी से कहा

कप्तानों को जल्दबाजी में बर्खास्त न करें: गिलेस्पी, कर्स्टन ने पीसीबी से कहा

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 03:17 PM IST, Published Date : September 9, 2024/3:17 pm IST

 कराची, नौ सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के सीमित ओवरों और टेस्ट टीम के मुख्य कोच गैरी कर्स्टन और जेसन गिलेस्पी ने देश के क्रिकेट बोर्ड को सभी प्रारूपों में हालिया खराब प्रदर्शन के बाद जल्दबाजी में कप्तान नहीं बदलने की सलाह दी है।

          भारत में 2023 में खेले गए एकदिवसीय विश्व कप के राउंड रॉबिन दौर से बाहर होने के बाद बाबर आजम को सीमित ओवरों की कप्तानी से बर्खास्त कर दिया गया था। उनकी जगह लेने वाले शाहीन शाह अफरीदी को एक खराब श्रृंखला के बाद हटा दिया गया था। इसी तरह टेस्ट में बाबर के इस्तीफा देने के बाद, शान मसूद को कप्तान बनाया गया था, लेकिन बांग्लादेश से टेस्ट श्रृंखला में 0-2 से हार के बाद उन्हें तुरंत बाहर करने की मांग उठ रही है।

पीसीबी के एक सूत्र ने हालांकि ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मसूद और बाबर की बर्खास्तगी के बारे में हालिया मीडिया अटकलें कयास से ज्यादा कुछ नहीं हैं।

          उन्होंने कहा, ‘‘कप्तानों को बदलने पर कोई चर्चा नहीं हुई है क्योंकि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने यह फैसला दोनों कोच और चयनकर्ताओं पर छोड़ दिया है।’’

        सूत्र ने कहा, ‘‘कर्स्टन और गिलेस्पी बहुत स्पष्ट है कि शान और बाबर दोनों को उनकी नेतृत्व क्षमता का आकलन करने से पहले उचित समय दिए जाने की जरूरत है।’’

        उन्होंने कहा कि दोनों कोच कप्तानी में निरंतरता चाहते हैं और उन्होंने यह बात बोर्ड को साफ तौर पर बता दी है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब बोर्ड इस महीने के अंत में लाहौर में ‘क्रिकेट कनेक्शन’ नामक एक दिन की कार्यशाला आयोजित करेगा तो कप्तानी या टीम चयन पर चर्चा नहीं की जाएगी।

        उन्होंने कहा, ‘‘वह कार्यशाला सभी हितधारकों, मुख्य रूप से घरेलू टीम के सभी कोच, चयनकर्ताओं और अनुबंधित खिलाड़ियों के विचारों को सुनने के लिए आयोजित की जा रही है ताकि बोर्ड घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मानकों के बीच अंतर को पाटने पर काम कर सके।’’

सूत्र ने यह भी बताया कि इस कार्यशाला में कर्स्टन भी मौजूद रहेंगे जबकि गिलेस्पी इसमें ऑनलाइन तरीके जुड़ेंगे। पीसीबी प्रमुख से कहा था कि सभी प्रारूपों में टीम से दीर्घकालिक परिणाम प्राप्त करने के लिए नीतियों में धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता है।

        उन्होंने कहा, ‘‘कार्यशाला मूल रूप से इसलिए आयोजित की जा रही है क्योंकि दोनों कोच चाहते हैं कि घरेलू टीम के कोच इस बात को अच्छी तरह से समझे कि राष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए क्या जरूरी है।’’

          यह पूछे जाने पर कि इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय श्रृंखला और फिर देश में आयोजित होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किसे कप्तान नियुक्त किया जाएगा, सूत्र ने कहा कि सफेद गेंद के प्रारूप में निरंतरता को बनाये रखते हुए शायद बाबर को ही जिम्मेदारी दी जाये।

भाषा आनन्द पंत

पंत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)