शारजाह, एक अक्टूबर (भाषा) विश्व कप विजेता कोच डेव वाटमोर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की टेस्ट क्रिकेट का समर्थन के लिए लाखों डॉलर वाली पहल की व्यावहारिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई देश, विशेषकर एसोसिएट देश क्रिकेट के ‘महंगे’ लाल गेंद के प्रारूप को पूरी तरह छोड़ सकते हैं।
आईसीसी टेस्ट क्रिकेट के लिए कम से कम डेढ़ करोड़ अमेरिकी डॉलर के समर्पित कोष पर विचार कर रही है जिससे टेस्ट खिलाड़ियों के न्यूनतम मैच भुगतान में वृद्धि होगी और टीमों को विदेशी दौरों पर भेजने के खर्चे की भरपाई होगी।
वाटमोर ने यहां ‘क्रिकेट प्रेडिक्टा कॉन्क्लेव’ के दौरान ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट को बचाना एक चुनौती है। आईसीसी टेस्ट मैच क्रिकेट में किसी तरह का स्तर बनाए रखने के लिए बेहद उत्सुक है। उन्होंने संघर्ष कर रहे देशों की सहायता के लिए कोष तैयार किया है। यह सही दिशा में उठाया गया कदम है लेकिन मैं निश्चित नहीं हूं कि यह कितना व्यावहारिक होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे कई देश हैं, खास तौर पर एसोसिएट देश जो लाल गेंद (टेस्ट क्रिकेट) को छोड़कर सफेद गेंद (सीमित ओवेरों की क्रिकेट) पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।’’
वाटमोर ने कहा, ‘‘यह खेल का ‘बहुत महंगा’ प्रारूप है। इसमें कई देश बहुत सफल हैं जबकि कई संघर्ष करने वाले देश भी हैं।’’
भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने वाले तीन देश हैं। भारत दोनों बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) के फाइनल में पहुंचा है।
वाटमोर ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि ये तीनों देश अपने घरेलू लाल गेंद टूर्नामेंट में बहुत मजबूत हैं और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नजर आता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘न्यूजीलैंड ने भी पहला डब्लूटीसी फाइनल खेला था। वह भी इस प्रारूप में सक्रिय होने के लिए उत्सुक हैं लेकिन जब वे उपमहाद्वीप का दौरा करते हैं तो उन्हें भी संघर्ष करना पड़ता है। टीम जब भारत आएगी तो उसकी यहां की पिचों पर दोबारा परीक्षा होगी।’’
श्रीलंका और बांग्लादेश दोनों के कोच रह चुके 70 वर्षीय वाटमोर ने भारत के मजबूत घरेलू ‘कैलेंडर’ की सराहना करते हुए कहा कि आईपीएल और अंडर 19 टूर्नामेंट खिलाड़ियों के तेजी से विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
बांग्लादेश के पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट श्रृंखला जीतने जबकि मेजबान श्रीलंका के न्यूजीलैंड को हारने के बावजूद इन दोनों टीमों को क्रमशः भारत और इंग्लैंड के सामने संघर्ष करना पड़ा है।
वाटमोर का मानना है कि उन्हें और अधिक निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर उनका प्रदर्शन बहुत उत्साहवर्धक है लेकिन आपको निरंतरता चाहिए और यही बात टीमों को अलग करती है।’’
भाषा सं सं सुधीर
सुधीर
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