नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) भारत के दिग्गज फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने गुरुवार को कहा कि अगर सीनियर राष्ट्रीय टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव छोड़ना है तो आयु वर्ग स्तर के खेल में बहुत अधिक सुधार करना होगा।
भारत की तरफ से 100 से अधिक मैच खेलने वाले और 42 अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले भूटिया ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ), राज्य संघों, आई-लीग और आईएसएल क्लबों से अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए जमीनी स्तर पर काम शुरू करने के लिए भी कहा।
भूटिया ने अपनी अकादमी, बाईचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल (बीबीएफएस) और प्रीमियर लीग टीम साउथेम्प्टन फुटबॉल क्लब के बीच साझेदारी की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘भारत की (सीनियर) राष्ट्रीय फुटबॉल टीम को अगर अच्छा प्रदर्शन करना है तो मेरा मानना है कि हमारी अंडर17, अंडर19 और अंडर20 टीमों को योग्यता के आधार पर एशिया कप और विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना शुरू करना होगा।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब तक ऐसा नहीं होता है हमारी राष्ट्रीय टीम के लिए अच्छे परिणाम देना लगभग असंभव है। आयु वर्ग वह जगह है जहां हम अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने का सपना देखना शुरू कर सकते हैं।’’
इस दिग्गज खिलाड़ी का उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेल को मजबूत करना है।
भूटिया ने कहा, ‘‘अगर हम विशेष रूप से आयु वर्ग के टूर्नामेंटों के परिणामों पर गौर करें तो हमारी टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है। हमारी अंडर20 खिलाड़ी बांग्लादेश से हार रही है। हम एशिया कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की परिस्थितियों में हम सीनियर टीम से चमत्कार की उम्मीद नहीं कर सकते। हमें जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। एआईएफएफ के लिए यह जरूरी है कि वह अधिक से अधिक बच्चों को इस खेल से जोड़े।’’
भाषा पंत नमिता
नमिता
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)