भोपाल, 11 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने मध्य प्रदेश से कुछ बाघों को छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा स्थानांतरित करने की मंजूरी दे दी है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार इस कवायद से अन्य राज्यों में बाघों के ‘जीन पूल’ को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। वर्ष 2022 की बाघ जनगणना के अनुसार मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 785 बाघ हैं।
मध्य प्रदेश वन्यजीव प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) शुभरंजन सेन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ एनटीसीए की तकनीकी समिति ने बाघों के स्थानांतरण को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार की मंजूरी के बाद स्थानांतरण का काम शुरू हो जाएगा….।’’
उन्होंने कहा कि तीनों राज्यों ने तीन-तीन बाघ और एक-एक बाघिन की मांग की है।
वन्यजीव विशेषज्ञ और बाघ संरक्षण के लिए एक गैर सरकारी संगठन के संस्थापक अजय दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बाघों के स्थानांतरण से जीन पूल में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए कि आवास के लिए चुने गए स्थान बाघों के लिए सुरक्षित हों।
भाषा शोभना पवनेश
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