लोकसभा चुनाव: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का मत प्रतिशत गिरा, भाजपा और नोटा का ‘वोट शेयर’ थोड़ा बढ़ा |

लोकसभा चुनाव: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का मत प्रतिशत गिरा, भाजपा और नोटा का ‘वोट शेयर’ थोड़ा बढ़ा

लोकसभा चुनाव: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का मत प्रतिशत गिरा, भाजपा और नोटा का ‘वोट शेयर’ थोड़ा बढ़ा

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Modified Date: June 5, 2024 / 05:48 PM IST
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Published Date: June 5, 2024 5:48 pm IST

भोपाल, पांच जून (भाषा) मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का मत प्रतिशत पिछले संसदीय चुनावों के आंकड़ों की तुलना में 2.06 कम हो गया, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मत प्रतिशत मामूली रूप से एक प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। बुधवार को एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।

मंगलवार को घोषित लोकसभा चुनाव के नतीजों में, भाजपा ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा सहित सभी 29 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने एक पत्रकार -वार्ता में कहा कि कुल 5,33,705 मतदाताओं ने नोटा (इनमें से कोई नहीं) का विकल्प चुना, जिसमें सबसे अधिक 2,18,674 वोट अकेले इंदौर सीट पर दर्ज किए गए।

राज्य में 29 लोकसभा सीट पर कुल 369 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, जिनमें 343 पुरुष, 25 महिलाएं और एक तृतीय लिंगी (दमोह में) हैं।

राजन ने कहा कि 2019 के चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 34.50 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस बार, इसका ‘वोट शेयर’ 2.06 प्रतिशत कम होकर 32.44 प्रतिशत रहा।

उन्होंने कहा कि भाजपा को इस बार 59.28 प्रतिशत वोट मिले, जबकि 2019 में उसे 58 प्रतिशत वोट मिले थे।

उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का मत प्रतिशत भी पिछले आम चुनाव में दर्ज 2.38 प्रतिशत से बढ़कर 3.28 प्रतिशत हो गया।

राजन के अनुसार, नोटा का ‘वोट शेयर’ भी 0.92 प्रतिशत से बढ़कर 1.40 प्रतिशत हो गया।

उन्होंने कहा, ‘मध्य प्रदेश के 29 संसदीय क्षेत्रों में प्राप्त 5,33,705 नोटा वोट में से अकेले इंदौर लोकसभा सीट पर 2,18,674 वोट नोटा को पड़े।’

उन्होंने कहा कि इंदौर लोकसभा सीट पर कुल नोटा वोट में से 2,18,355 वोट ईवीएम से और 319 ‘पोस्टल बैलेट’ से पड़े।

उन्होंने बताया कि इंदौर के भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने सबसे अधिक 11.75 लाख वोट के अंतर से जीत हासिल की और उन्हें कुल डाले गए वोट का 78.54 प्रतिशत वोट मिला।

विदिशा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8.21 लाख वोट के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल डाले गए वोट का 76.70 प्रतिशत वोट मिला।

राजन ने बताया कि इस सूची में तीसरे स्थान पर भाजपा की लता वानखेड़े रहीं, जिन्हें कुल 68.49 प्रतिशत वोट मिले।

भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना) और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वी डी शर्मा (खजुराहो) को क्रमशः 67.21 प्रतिशत और 67.75 प्रतिशत वोट मिले।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी 29 सीट में सबसे कम जीत का अंतर मुरैना लोकसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया, जहां भाजपा उम्मीदवार शिवमंगल सिंह तोमर ने 52,530 मतों के अंतर से जीत दर्ज की।

एक सवाल के जवाब में राजन ने कहा कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित हैं और प्रक्रियागत जांच के कारण छेड़छाड़ की कोई गुंजाइश नहीं है।

उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता बृहस्पतिवार को समाप्त हो जाएगी।

भाषा दिमो

राजकुमार

राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)