State government started the Contract Employees Regularization process: चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा,चुनाव संपन्न हो चुका है। पूरी संभावना है कि, पूर्व सीएम नायब सिंह सैनी को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने का मौका मिले। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश भर के 20 हजार से ज्यादा संविदा कर्मचारियों की नजर उनके किये गए पुराने वादे और उन्हें पूरा करने पर होगी। तो आइये जानते हैं कि सीएम सैनी के किस वादे को लेकर संविदा कर्मचारियों की उम्मीदें आसमान पर है।
दरअसल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों पर अब विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई हैं। प्रदेश में प्रभावी आदर्श आचार संहिता से इतर इसकी पूरी सम्भावना हैं कि दीवाली से पहले ही प्रक्रिया पूरी कर ली जाये। यह पूरी कवायद पांच साल के अनुबंध पर सरकारी कार्यों में नियोजित कर्मचारियों के लिए था। सीएम नायब सिंह सैनी ने माह भर पहले कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि गए वादे के मुताबिक प्रदेशभर के पांच वर्षीय अनुबंधित संविदा कर्मचारियों को 58 साल की उम्र तक नौकरी में बने रहने की व्यवस्था उनकी सरकार की तरफ से की जाएगी। इसके अलावा कर्मचारियों को नियमित कर्मियों के समकक्ष वेतनमान का भी लाभ दिया जाएगा।
State government started the Contract Employees Regularization process: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कौशल रोजगार निगम, आउटसोर्सिंग पालिसी पार्ट-1 और आउटसोर्सिंग पालिसी पार्ट-2 के तहत लगे 50 हजार रुपये तक मासिक वेतन वाले सभी कच्चे कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। बोर्ड-निगमों के मामलों में मुख्य प्रशासक और प्रबंध निदेशक आदेशों को लागू कराएंगे।
शुरू हुई प्रक्रिया
State government started the Contract Employees Regularization process: मीडिया सूत्रों की माने तो कौशल रोजगार विभाग ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए संविदा कर्मचारियों से जुड़ी जानकारियों एक आधार पर डेटाबेस तैयार करने की शुरुआत कर दी है। सम्भावना जताई जा रही हैं कि अक्टूबर अथवा नवम्बर में संविदा कर्मचारियों को यह सौगात विधिवत रूप से हासिल हो जाये। इसी तरह वेतन के संबंध में दावा किया जा रहा हैं कि दिवाली से पहले ही कर्मचारियों के खातों में सैलरी का अंतरण भी कर दिया जाएँ।
हरियाणा में भाजपा ने पलटी बाजी
बता दें की, हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे ने भारतीय जनता पार्टी को उत्साहित करने वाला नतीजा दिया है। सभी तरह के एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर बता रहे थे, लेकिन जनादेश पार्टी के पक्ष में आता दिख रहा है। प्रदेश में वोटों की गिनती की प्रक्रिया लगभग आखिरी दौर में पहुंचती दिख रही है। चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी लगातार अपनी बढ़त बनाते दिख रही है। पार्टी 90 विधानसभा सीटों में से लगभग 50 सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन एग्जिट पोल परिणाम में तो जीत दर्ज करती दिखी थी, लेकिन जनादेश उनके पक्ष में नहीं आया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन करीब 35 सीटों पर आगे चल रही है। इंडियन नेशनल लोकदल-बसपा गठबंधन 2 और अन्य तीन सीटों पर आगे चल रहे हैं।