नई दिल्ली: मीडिया सूत्रों की मानें तो 8वें वेतनमान को लेकर सरकार ने अपने स्तर चर्चा शुरू कर दी है। (DA Hike and Salary Increase of Govt Employees Latest Updates and News) इतना ही नहीं बल्कि दावा तो यह भी किया जा रहा हैं कि अगले साल यानि 2025 में इस नए वेतनमान को लागू भी कर दिया जायें।
दरअसल इस साल पेश हुए केंद्रीय बजट से पहले कई सरकारी कर्मचारियों के संघ और संगठन ने केंद्र सरकार से 7वें वेतनमान को विलोपित कर 8वें वेतनमान को लागू करने की सिफारिश की थी। हालांकि बजट में ऐसा नहीं हुआ। लेकिन ऐसा भी नहीं हैं कि सरकार ने इस अहम मांग को पूरी तरह अनदेखा कर दिया हो। दावों के मुताबिक़ केंद्र का वित्त मंत्रालय इसे लागू करने से पहले आंकड़े जुटा रहा है और संभव है कि इसका फायदा भी अगले साल से केंद्र द्वारा नियोजित कर्मचगरी और पेंशनरों को मिलने लगे।
बता दें कि, जनवरी 2016 में 7वें वेतन आयोग को लागू किया था। इन परिस्थितियों को देखते हुए, डेढ़ साल के भीतर 8वें वेतन आयोग के लागू होने की उम्मीद की जा रही है। (DA Hike and Salary Increase of Govt Employees Latest Updates and News) इस तरह अगर यह अगले वर्ष लागू न हो तो भी इसे 2026 तक लागू करना अनिवार्य भी होगा।
अब साल उठता हैं कि अगर वित्त विभाग 8वें वेतन आयोग को लागू करता हैं तो सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कितनी बढ़ोत्तरी होगी? तो बता दें कि महंगाई भत्तों में बढ़ोत्तरी के लिए सरकार को फिटमेंट फेक्टर में भी बढ़ोतरी करेगी जिसका सीधा असर डीए की गणना में देखने को मिलेगा। फिलहाल 7वें वेतन आयोग के तहत यह फिटमेंट फेक्टर 2.57 गुणा है, अगर 8वां वेतनमान लागू होता है तो यह फिटमेंट फैक्टर 3.68 गुणा हो जाएगा। मिसाल के रूप में यदि किसी एम्प्लॉई का मूल वेतन18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी तनख्वाह होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए। अगर फिटमेंट फैक्टर 3 य उससे अधिक होती है तो निश्चित तौर पर इसका फायदा मिलेगा।
आपको बात दें कि बिना भत्तों के जब केंद्रीय कर्मचारी की सैलरी तय हो जाती है, तो इसके बाद तमाम तरह के भत्तों को जोड़ा जाता है, जैसे DA, TA, HRA. केंद्रीय कर्मचारियों के लिए DA महंगाई से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए दिया जाता है। (DA Hike and Salary Increase of Govt Employees Latest Updates and News) इसे साल में दो बार तय किया जाता है। पहली बार जनवरी से जून के दौरान और दूसरी बार जुलाई से दिसंबर की अवधि के लिए तय होता है।
यहां यह बताना जरूरी हैं कि सरकार हर छमाही में महंगाई का औसत निकालती है, इसमें जनवरी से जून तक की गणना शामिल होती। इसके बाद दूसरी छमाही में महंगाई का औसत निकाला जाता है। इस आधार पर DA में बढ़ोतरी होती है। DA हमेशा औसत महंगाई से ज्यादा होता है। फिलहाल, AICPI इंडेक्स 139.4 अंक पर स्थित है इसलिए ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि दूसरी बार 2024 में महंगाई भत्ता 3 से 4 फीसदी बढ़ सकता है। DA में बढ़ोतरी के बाद TA उसी आधार पर बढ़ता है। DA में बढ़ोतरी TA से भी लिंक्ड है। इसी तरह गृह भाड़ा भत्ता यानि HRA भी तय होता है। सभी भत्ते कैलकुलेट होने पर केंद्रीय कर्मचारी की मंथली सैलरी तैयार होती है।