रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य के तहत सेवारत सरकार कर्मचारी अपनी चार सूत्रीय मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हो चुके हैं। आज शुक्रवार को कर्मचारी संगठनो के आह्वान अलग-अलग जिलों में ‘कलम बंद-काम बंद’ करते हुए आंदोलन किया और अपनी मांगो पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें पूरा करने की मांग की है। (Chhattisgarh DA hike and arrears payment latest update and news) छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के कार्यकर्ताओं ने कहा हैं कि. अगर उनकी मांगो को अनदेखा किया गया तो वह आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे।
क्या हैं कर्मचारी संगठन की मांगे?
आंदोलनरत कर्मचारियों ने बताया कि उनकी सरकार से चार प्रमुख मांगो में भाजपा घोषणा पत्र के अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिए जाने, प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्तों के एरियर दिए जाने, इस राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में करने और प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समयमान वेतनमान दिए जाने की मांगे शामिल है।
श्रमिकों के लिए महंगाई भत्ते की नई दर तय
बता दें कि राज्य के श्रम विभाग ने श्रमिकों के लिए महंगाई भत्ते की नई दर तय की है, जिसका लाभ 1 अक्टूबर से शुरू होगा। यह नई दरें 45 अनुसूचित क्षेत्रों में काम करने वाले कृषि श्रमिकों और अगरबत्ती निर्माण में लगे श्रमिकों पर लागू होंगी। (Chhattisgarh DA hike and arrears payment latest update and news) श्रमायुक्त अलरमेलमंगई डी ने यह आदेश जारी किया है।
नए महंगाई भत्ते के अनुसार, नॉन-स्किल लेबर को 10,948 रुपये, सेमी-स्किल लेबर को 11,598 रुपये, स्किल लेबर को 12,378 रुपये और हाई-स्किल लेबर को 13,158 रुपये मासिक वेतन मिलेगा। औद्योगिक सूचकांक के अनुसार, जनवरी 2024 से जून 2024 के बीच हुई वृद्धि के आधार पर कृषि श्रमिकों का महंगाई भत्ता प्रतिमाह 145 रुपये बढ़ा है।