रायपुर: हमारी सरकार बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अनेक प्रकार की सुविधाए प्रदान करती है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने प्रदेश के बच्चों को कुपोषण का शिकारी होने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को चलाया है। (CG Mukhyamantri Suposhan Yojna 2023) इस अभियान की शुरूआत महात्मा गॉंधी जी की 150वीं जयंती पर 02 अक्टूबर 2019 को शुरू किया गया था। जिसके तहत राज्य के 06 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण एवं एनीमियासे तथा 15 से लेकर 49 वर्ष की आयु की महिलाओं को एनीमिया से मुक्त कराया जाएगा। इस अभियान को जन सहयोग एवं जनभागीदारी के रूप में प्रारंभ किया गया था। किन्तु अब इसे मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के नाम से संचालित किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने प्रदेश में बच्चों और महिलाओं को सेहत एवं तंदुरूस्ती तथा अनेक प्रकार की होने वाली बीमारीयों से बचाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को शुरू किया है। जिसके अतंर्गत राज्य के गरीब परिवार के बच्चों व महिलाओ को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएगी। योजना के तहत कई बच्चो व महिलाओ को अलग-अलग पौष्टि खाना दिया जाएगा। जिसे खाने से बच्चो में कुपोषण (पोषण की कमी) दूर होगी और महिलाओ में एनीमिया (खूनी की कमी) जैसी बीमारी दूर होगी। नीती आयोग के जांच के मुताबित राज्य में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे 37।6 प्रतिशत कुपोषण के शिकार से पीडि़त है। तथा 41।50 प्रतिशत औरते एनीमिया रोग से पीडि़त है। कई बार इस बीमारी से पीडित होने के कारण इनकी मृत्यु भी हो जाती है जिससे बिढ रही शिशु मृत्यु दर पर रोक लगा सके।
योजना के एकीकृत प्लान और समन्वित प्रयासो से राज्य के बच्चों में कुपोषण को दूर करने में बड़ी सफलता हासिल हुई है। तथा साल 2021 तक राज्य में एक तिहाई अर्थात 32 प्रतिशत (एक लाख 40 हजार 556) बच्चों को कुपोषण जैसी बीमारी से मुक्ति दिलाई है। और आने वाले समय में इस अभियान के तहत राज्य के बच्चो को कुपोषण रहति कर दिया जाएगा।
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सुपोषण अभियान योजना की विशेषत)
- मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत राज्य के बच्चो व महिलाओ को पौष्टिक आहार का लाभ दिया जाएगा।
- योजना के तहत राज्य के कुपोषित बच्चो को सुपोषण बनाना है तथा उत्पन्न होने वाली बीमारीयो पर रोक लगाना। तथा एनीमिया रोग से ग्रतिस महिलाओं को इस बीमारी से मुक्त कराना है।
- मुख्यमंत्री सुपोषण योजना का लाभ राज्य की 15 वर्ष से लेकर 49 वर्ष तक की आयु की महिलाओ व किशोरियो को इस योजना के तहत पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा।
- इसके अलावा 06 वर्ष तक की आयु वाले बच्चो को कुपोषण जैसे बीमारी से पीडित होने से बचाना तथा पौष्टिक खाना प्रदान करना है।
- छत्तीसगढ़ सुपोषण अभियान के तहत 03 वर्ष से लेकर 06 वर्ष तक की आयु के बच्चो को तथा गर्भवती महिलओं और 06 माह तक के दुधमुह शिशु की माताओ को उबला अण्ड़ा और सोयाबीन की बड़ी दी जाती है।
- इसके अलावा बच्चों को मूंगफली और गुउ से बने हुए लड्डू भी दिया जाता है। तथा गर्भवती स्त्रियों को पौष्टिक आहार का पैकेज दिया जाता है।
सुपोषण अभियान योजना के लाभ (CG Mukhyamantri Suposhan Yojna 2023)
- इस योजना का लाभ केवल छत्तीसगढ़ राज्य के स्थाई निवासी गरीब परिवार के बच्चे व औरते ले सकती है।
- मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत राज्य के 03 से 06 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रा पर पौष्टिक खाना खिलाया जाता है।
- सुपोषण योजना के अतंर्गत महिलाओ को पौष्टिक आहार का पैकेज दिया जाता है यह पैकेज केवल 15 से 49 वर्ष की आयु वाली युवतियो को दिया जाएगा।
- केवल वो ही युवतिया योजना का लाभ उठा सकती है जो एनीमिया रोग से ग्रसित है या प्रेग्नेट है। इसके अलावा 6 माह शिशु की माता भी ले सकती है।
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सुपोषण योजना की पात्रता (CG Mukhyamantri Suposhan Yojna 2023)
- इस योजना का लाभ केवल राज्य के गरीब परिवार के बच्चे व महिलाए ले सकती है।
- मुख्यमंत्री सुपोषण योजना का लाभ राज्य के 03 से 06 वर्ष तक के बच्चो को दिया जाता है।
- इस लाभकारी स्कीम के तहत राज्य के 15 से 49 वर्ष की आयु की महिलाओ को पौष्टिक आहार का लाभ दिया जाता है।
- इस योजना का लाभ केवल कुपोषण बच्चो व उन महिलाओ को दिया जाता है जो एनीमिया रोग से ग्रसित है तथा जो 6 माह के शिशु को दूधपान करा रही है।
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