रायपुर: CG Naxal News अब बात छत्तीसगढ़ की जहां की साय सरकार ने नक्सल मुद्दे को प्राइम एजेंडे के रूप में सामने रखा है, एक तरफ फोर्स लगातार कार्रवाई कर रही है तो दूसरी ओर सरकार वार्ता और विकास के विकल्प को भी आजमाना चाहती है। यूनिफाइड कमांड की बैठक लेकर सीएम ने एक बार फिर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। लेकिन सवाल कई हैं। क्या इस बार वाकई नक्सली हमेशा के लिए पस्त हो जाएंगे। क्या बस्तर में सब कुछ ठीक का दावा इस बार सही है। क्या नक्सली बाउंस बैक नहीं करेंगे।
CG Naxal News देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने दावे के साथ बस्तर, छत्तीसगढ़ समेत देशभर से नक्सलवाद के खात्मे के लिए एक डेडलाइन तय की हुई है। जिसके लिए प्रदेश की साय सरकार भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार का सबसे बड़ा फोकस है माओवादी प्रभावित आदिवासियों इलाकों में, नियद नेल्लानार योजना पर जिसके तहत सरकार ने कुछ लक्ष्य तय किए हैं। आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर में यूनिफाइड कमांड की बैठक के बाद इसी टार्गेट पर खुलकर बात रखी।
दो दिन पहले ही CM साय दिल्ली में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मीटिंग कर लौटे हैं। शुक्रवार को यूनिफाइड कमांड की बैठक के बाद वे फिर से दिल्ली रवाना हो गए। मतलब साफ है, इस बार केंद्र और राज्य सरकार नक्सलवाद के खात्मे की दावे को हकीकत में बदले पूरा जोर लगा रही है। हालांकि विपक्ष को ये दावा जरा भी रास नहीं आ रहा है। कांग्रेसी नेताओं ने सरकार को उनके पिछले 15 साल के दौरान के वादे याद दिलाते हुए तंज कसा है।
सियासी आरोपों से इतर यूनिफाइड कमांड की मीटिंग के बाद सरकार का संदेश साफ है। संदेश सख्ती का संदेश हथियारों-संसाधनों की कमी ना होने देने का दावा है कि एक तरफ फोर्स की ताकत होगी तो इसी सुरक्षा कवच के भीतर सड़कों-रेल का जाल बिछेगा, मोबाइल नेटवर्क का विस्तार होगा, ऑपरेशन्स तो चलेंगे लेकिन बिना ग्रामीणों को परेशान किए, फोकस नियद नेल्लानार के जरिए। स्थानीय रोजगार, शिक्षा के विस्तार पर होगा। टारगेट क्लीयर है, 2025 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलमुक्त बनाना। सवाल है ना तो लक्ष्य नया है, ना ही इसके खात्मे का दावा क्या इस बार इसे पूरा का करने का मिशन वाकई बस्तर को छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बना पाएगा?