नई दिल्ली: नीट धांधली पर मचे बवाल के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे घोटाले का व्यापमं मॉडल बीजेपी को एमपी में असहज कर दिया है। इसके जरिए राहुल ने एक तीर से कई निशाना साधा। एक तो नीट में केंद्र की विफलता पर उंगली उठाई तो वहीं बीजेपी शासित एमपी में हुए महाघोटाले की याद दिलाकर ये बताने की कोशिश की है कि घोटाले का ये पैटर्न, बीजेपी काल की पहचान है।
नीट यूजी 2024 का विवाद अभी थमा ही नहीं था कि अब यूजीसी-नेट की परीक्षा रद्द हो गई। ये दोनों परीक्षा कराने वाली संस्था NTA यानी राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी वालों के घेरे में है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। राहुल गांधी ने नीट धांधली को मध्य प्रदेश के व्यापमं कांड से जोड़ते हुए कहा कि पूरे देश में ऐसा ही तंत्र बनाने की कोशिश हो रही है।
नीट की आड़ में राहुल गांधी ने व्यापमं का राग छेड़कर पुराने विवाद को नई धार दे दी है। जाहिर है मध्यप्रदेश में इसका रिएक्शन तो होना ही था और हुआ भी कुछ यही।
देश में नीट धांधली पर बवाल मचा हुआ है। छात्र सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट से लेकर देश की कई अदालतों में इस पर कई याचिकाएं लगी हैं। दूसरी ओर इस पर जमकर सियासत भी हो रही है। ऐसे में राहुल गांधी ने नीट धांधली और पेपरलीक विवाद को मध्यप्रदेश का व्यापमं मॉडल बताकर नई बहस को जन्म दे दिया है।