नई दिल्ली: NEET paper leak case लोकसभा चुनाव के बाद सुर्खियों में आए NEET पेपर लीक मामले की गूंज गुरूवार को एक बार फिर संसद में सुनाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में इसका जिक्र किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने भरोसा दिलाया की सरकार इसे लेकर गंभीर है। परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। सत्ता पक्ष ने जहां इसकी तारीफ की वहीं विपक्ष ने सरकार को घेरा।
लाखों छात्रों के भविष्य से जुड़े NEET पेपर लीक केस में पहली बार सरकार का रुख संसद में सुनाई दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण के दौरान नीट पेपर लीक का जिक्र किया। इस दौरान विपक्षी दलों ने जमकर शोर मचाया। नीट-नीट के नारे भी लगाए। राष्ट्रपति मुर्मूं ने जहां परीक्षा की पारदर्शियों को लेकर सरकार के कदमों की जानकारी दी। वहीं विपक्षी पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठने की नसीहत दी।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सियासत भी जमकर हुई। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में नीट के जिक्र की तारीफ के साथ कहा कि बिहार सरकार भी इसे लेकर गंभीर है और जल्द सख्त कानून लाने वाली है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता शशि थरुर ने सवाल उठाया कि हमारे देश में परीक्षा का मैनेजमेंट इतना खराब क्यों हैं। वहीं शिवसेना नेता संजय राऊत ने बीजेपी पर निशाना साधा कि इसमें सत्ता पक्ष के लोग ही फंसे हैं।
इधऱ खरगे के घर में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में विपक्ष ने बड़ा फैसला लिया है कि संसद के दोनों सदनों में NEET का मुद्दा उठाया जाएगा।
कुल मिलाकर NEET पर देश में सियासी पारा हाई रहा। NSUI ने दिल्ली में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया। तो परीक्षा गड़बड़ी की जांच संभाल चुकी CBI भी एक्शन मोड में दिखी। CBI आरोपी बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश कुमार को लेकर बिहार के पटना स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंची। पटना की विशेष कोर्ट ने बुधवार को दोनों को CBI रिमांड पर भेजा था। उधर महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए NEET घोटाले से जुड़े सभी मामलों की जांच CBI को सौपने का फैसला किया है।