नई दिल्लीः नई लोकसभा के गठन के साथ ही सोमवार से संसद सत्र शुरू होने जा रहा है, जो अपने-आप में बेहद खास है। इसमें सरकार के कामकाज से ज्यादा लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव और लोकसभ सदस्यों को शपथ दिलाने पर फोकस रहेगा। वहीं विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। ऐसे में हर किसी के मन में ये सवाल है कि 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की प्रक्रिया क्या रहने वाली है। खास बात ये है कि छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा सांसद भी कल ही शपथ लेने वाले हैं।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र में सरकार ही नहीं बल्कि विपक्ष की भी परीक्षा होने वाली है। देश में 10 साल बाद गठबंधन सरकार बनी है। वहीं विपक्ष भी पहले से कही ज्यादा ताकतवर हुआ है। कांग्रेस को 10 साल बाद नेता प्रतिपक्ष का आधिकारिक पद मिलने जा रहा है। हालांकि 18वीं लोकसभा पर सबसे ज्यादा नजर लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर रहने वाली है। 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के साथ ही 18वीं लोकसभा के लिए कामकाज शुरू हो गया था।
18वीं लोकसभा के पहले दो दिन यानी 24 और 25 जून को सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव कराया जाएगा। वहीं 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मूं काअभिभाषण होगा। पीएम मोदी 28 जून को मंत्री परिषद के सदस्यों का परिचय देंगे। वहीं 1 से 3 जुलाई तक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद सदस्य चर्चा करेंगे।
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संसद सत्र पूरे 10 दिन चलेगा इस दौरान कुल 8 बैठकें होगी। सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब राष्ट्रपति भवन जाकर शपथ लेंगे। इसके बाद वो सुबह 11 बजे लोकसभा पहुंचेंगे और सांसदों को शपथ दिलाएंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सरकार धन्यवाद प्रस्ताव लाएगी और दोनों सदनों में चर्चा होगी। इस दौरान NEET परीक्षा में हुई गड़बड़ी, तीन क्रिमिनल लॉ को लेकर विवाद और लोकसभा चुनाव के बाद शेयर बाजार में हुई गड़बड़ी के आरोपों पर विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। ऐसे में संसद सत्र के हंगामेदार रहने के आसार जताए जा रहे हैं। 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव कराया जाना है। बीजेपी चाहती है कि स्पीकर उनकी पार्टी का हो। बीजेपी राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिड़ला को दूसरी बार स्पीकर बना सकती है। हालांकि इस पर तस्वीर अभी साफ नहीं है। दूसरी ओर राहुल गांधी भी नेता प्रतिपक्ष बनाना स्वीकार करते हैं या नहीं इस पर भी सबकी नजर रहेगी।