नई दिल्लीः देश भर में आज जहां NEET-UG के री-एग्जाम आयोजित हुए तो वहीं NEET परीक्षा में गड़बड़ी से शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ताबड़तोड़ फैसले ले रहा है। पहले NTA के डायरेक्टर को उनके पद से हटाया गया। वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने NEET-PG परीक्षा को ही स्थगित कर दिया है। सरकार के इस फैसले ने नए सियासी घमासान को जन्म दे दिया।
मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का हनीमून पीरियड इंजॉय भी नहीं कर पाई थी कि NEET परीक्षा में धांधली उसके लिए परेशानी का सबब बन गई। NEET छात्रों के प्रदर्शन, सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और विपक्ष के हमलों के चलते सरकार ताबड़तोड़ फैसले लेने पर मजबूर हो गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए NTA के डायरेक्टर सुबोध कुमार को उनके पद से हटा दिया और उनकी जगह प्रदीप सिंह खरोला को NTA का DG बना दिया है। वहीं एक कदम और आगे बढ़ाते हुए सरकार ने इसकी जांच CBI को सौप दी। इसके साथ ही सरकार ने पूर्व इसरो चीफ के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। 7 सदस्यों की ये कमेटी NTA में हुई गड़बड़ी पर 2 महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। केंद्र सरकार ने इसके साथ ही एक और बड़ा फैसला लेते हुए। NEET- PG परीक्षा को भी स्थगित कर दिया। सरकार के ताबड़तोड़ फैसले ने विपक्ष को भी हमले का मौका दे दिया। राहुल गांधी ने NEE-PG परीक्षा स्थगित होने पर तंज सकते हुए X पर लिखा कि नरेंद्र मोदी के राज में बर्बाद हो चुकी शिक्षा व्यवस्था का एक और दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण भाजपा राज में छात्र अपना करियर बनाने के लिए ‘पढ़ाई’ नहीं अपना भविष्य बचाने के लिए सरकार से ‘लड़ाई’ लड़ने को मजबूर है। अब यह स्पष्ट है कि हर बार चुपचाप तमाशा देखने वाले मोदी पेपर लीक रैकेट और शिक्षा माफिया के आगे पूरी तरह से बेबस हैं। नरेंद्र मोदी की अक्षम सरकार स्टूडेंट्स के भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। हमें देश के भविष्य को उससे बचाना ही होगा
राहुल गांधी ने X पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा तो इस पर पलटवार भी आया। कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी को लेकर कहा कि उन्हें कोई सीरियसली नहीं लेता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इन ताबड़तोड़ फैसलों का बीजेपी और NDA नेता जहां बचाव कर रहे हैं। वहीं विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है। NEET को लेकर जारी घमासान से छत्तीसगढ़ की सियासत भी अछूती नहीं रही। बीजेपी प्रवक्तता केदार गुप्ता ने मोदी सरकार के फैसले को सही दिशा में उठाया कदम बताया तो वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इसे सरकार का घबराहट में उठा फैसला करार दिया। NEET परीक्षा में गड़बड़ी उजागर होने से देश के परीक्षा सिस्टम में जारी कई खामियां सबके सामने आ गई है। एक के बाद एक परीक्षा रद्द होने से छात्रों को मनोबल टूट गया है। इस पर जारी सियासत अपनी जगह है लेकिन इसके साथ ही ये भी जरुरी है। छात्रों का भरोसा और विश्वास देश के परीक्षा सिस्टम में बहाली के लिए सरकार कड़े कदम उठाए।