भोपाल: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी अब मिशन लोकसभा की तैयारी में जुट गई है। जिन पांच राज्यों मे चुनाव हुए उनमें से 3 राज्यों में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में कुल 83 लोकसभा सीटें हैं। 2019 में बीजेपी को इन सीटों में से 67 सीटें मिली थी। बीजेपी इन सीटों को बचाने के लिए अभी से जुट गई है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिशन-29 का आगाज कर दिया है। वहीं
दिसंबर के अंत या जनवरी में मध्यप्रदेश बीजेपी हर बूथ पर मोदी अभियान की शुरुआत करने जा रही है।
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे। इन राज्यों में कांग्रेस को मजबूत माना जा रहा था, लेकिन मोदी और बीजेपी की आंधी में अच्छे-अच्छे कांग्रेसी नेताओं का सूपड़ा साफ हो गया। साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की रणनीति पर पानी फेर दिया। बीजेपी को मिली प्रचंड़ जीत से उत्साहित पीएम मोदी ने कहा कि इस जीत की हैट्रिक ने 2024 की गारंटी दे दी है।
23 के सेमीफाइनल में प्रचंड जीत के बाद अब 24 के फाइनल के लिए पीएम ने हुंकार भरा तो मध्यप्रदेश की सरकार और संगठन ने भी लोकसभा की 29 सीटों को जीतने का संकल्प ले लिया है। छिंदवाड़ा में लाडली बहनों का आभार व्यक्त करते हुए सीएम शिवराज ने मिशन-29 की शुरुआत कर दी।
मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा में ना सिर्फ लाडली बहनों से बात की बल्कि चुनाव में भाजपा को अपना बूथ जिताने वाले आदिवासी कार्यकर्ता मोहन मर्सकोले के घर पहुंचकर साथ में भोजन किया। विधानसभा में प्रचण्ड बहुमत से जीत का जश्न मनाने की बजाय सातों सीटें हारने वाले छिंदवाड़ा पहुंचकर मुख्यमंत्री का ये रुप दिखना बताता है कि भाजपा अपने मिशन 29 के लिए कितनी संजीदा है। वैसे एक दिन पहले पहले प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा खुद कह चुके हैं बीजेपी लोकसभा की तैयारी में जुट गई है। पार्टी दिसंबर अंत में या जनवरी में मध्यप्रदेश की कमजोर बूथों के साथ सभी 65 हजार बूथों पर हर बूथ मोदी अभियान चलाएगी। विधानसभा चुनाव में 48.7 फीसदी वोट शेयर पाने वाली बीजेपी ने लोकसभा के लिए 52 प्रतिशत से ज्यादा का लक्ष्य रखा है। हालांकि कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी कमलनाथ का किला कभी नहीं भेद पाएगी।
जाहिर है 2018 में तीनों राज्यों में बीजेपी की करारी हार हुई थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने वापसी करते हुए कांग्रेस का पूरी तरह सफाया कर दिया था। इस बार हालात भी अलग हैं और मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत से जोश भी हाई है लेकिन सेमीफाइनल की जीत को बीजेपी फाइनल में बरकरार रख पाएगी, लोकसभा चुनावों में जीत की राह आसान होगी, ये बड़ा सवाल है ?