Sarkar On IBC24 : क्या अंबिकापुर में भाजपा को नहीं मिल रहे प्रत्याशी? क्या बीजेपी नहीं ढूंढ़ पा रही टीएस सिंह देव का कोई तोड़? ये सवाल इसलिए क्योंकि सरगुजा संभाग की 14 में से 13 सीटों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान तो कर दिया मगर अंबिकापुर सीट को फिलहाल होल्ड पर रखा है। क्या है इसके पीछे वजह? देखिये रिपोर्ट.
14 सीटों वाले सरगुजा संभाग में बीजेपी ने 13 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन अंबिकापुर सीट को होल्ड पर रखा है। कांग्रेस के टीएस सिंहदेव यहां से विधायक है और 2008 में काफी कम मतों से चुनाव जीतने वाले सिंहदेव की जीत का अंतर भी बढ़ता गया। मंत्री होने के कारण अंबिकापुर में टीएस सिंहदेव की स्थिति पहले से मजबूत हुई है। राजनीतिक विशेषज्ञ भी मानते हैं कि फिलहाल बीजेपी के पास टीएस के जोड़ का उम्मीदवार नहीं है।
अंबिकापुर सामान्य सीट घोषित होने के बाद अब तक यहां तीन चुनाव हो चुके हैं। तीनों ही चुनाव में कांग्रेस की ओर से टीएस सिंहदेव मैदान में उतरे और हर बार उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को पटखनी दी। इस बार फिर कांग्रेस ने दावा किया कि टीएस सिंहदेव फिर अंबिकापुर में जीतेंगे। हालांकि बीजेपी कह रही जिसके नाम के आगे कमल का मुहर लगेगा, उसके लिए पूरी ताकत लगा देंगे।
बीजेपी लाख दावे करें, लेकिन अंबिकापुर में टिकट को लेकर वो फिलहाल असमंजस में है। हालांकि कई नाम है जो यहां मौजूदा विधायक के वर्चस्व को खत्म करने का हुंकार भर रहे हैं लेकिन पार्टी हाईकमान किसे मुकाबले मैदान में उतारता है ये टिकट आने के बाद ही साफ होगा।
बहरहाल यह तो तय है कि जिस तरह से 13 प्रत्याशियों की घोषणा करने के बाद भी भाजपा एक सीट पर विचार मंथन कर रही है उससे यह साफ हो गया है कि टीएस सिंह देव के सामने बीजेपी किसे उतारे इसे लेकर भाजपा में असमंजस है भाजपा की तरफ से कई नाम सुर्खियों में है लेकिन भाजपा के आला नेता किस नाम पर अपनी मोहर लगाते हैं और क्या वह नाम टीएस सिंह देव के वर्चस्व को खत्म कर सकता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन जिस तरह से प्रत्याशियों की घोषणा करने में अग्रणी रही भाजपा अंबिकापुर में बैक फुट पर नजर आ रही है उसे यह माना जा रहा है कि अंबिकापुर में भाजपा प्रत्याशी की घोषणा में कोई गलती नहीं करना चाहती।