नई दिल्ली: NEET Exam NEET परीक्षा को लेकर जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। सवाल लाखों छात्रों के भविष्य का है। जिसके चलते कांग्रेस आर-पार की लड़ाई के मूड में है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आरोप लगाया कि बीजेपी MP के व्यापमं मॉडल को देशभर में फैलाना चाहती है। वहीं बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने पेपर लीक के आरोपी के RJD नेता तेजस्वी से संबंध बताकर नए विवाद को जन्म दे दिया। यानी NEET पर सियासत नॉन स्टॉप जारी है।
NEET Exam देश की प्रतिष्ठित परीक्षाओं में शुमार NEET के इन छात्रों का करियर अधर में लटका है। उज्जवल भविष्य की चाह में इन बच्चों ने दिन रात कड़ी मेहनत करके परीक्षा दी। लेकिन परीक्षा लेने वाली एजेंसी NTA ने उनके भरोसे को हिलाकर रख दिया। स्टूडेंट्स को आगे का रास्ता नहीं सूझ रहा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन छात्रों से मुलाकात कर उनका दर्द बांटा वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी जहां NEET परीक्षा में धांधली को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। वहीं बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कथित पेपर लीक में RJD नेता तेजस्वी यादव का हाथ बातकर नए विवाद को जन्म दे दिया। विजय सिन्हा के मुताबिक तेजस्वी के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने पेपर लीक के आरोपी सिकंदर कुमार के लिए सरकारी गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था। विजय सिन्हा और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इसे लेकर RJD नेता तेजस्वी पर हमलावर हैं। वहीं राहुल गांधी ने इसकी जांच की मांग की है।
NEET परीक्षा में धांधली को लेकर एक तरफ जहां देश का सियासी पारा हाई है। वहीं छात्र संगठन सड़कों पर उतर आए हैं। NSUI ने दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने शास्त्री भवन का घेराव किया। इस मामले के आगे भी गरमाने के आसार हैं। कांग्रेस ने NEET पेपर लीक के खिलाफ 21 जून को राष्ट्रव्यापी विरोधी प्रदर्शन का ऐलान किया है।
NEET परीक्षा में धांधली के खिलाफ एक लड़ाई सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ देश की अलग-अलग अदालतों में भी लड़ी जा रही है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने NTA की याचिका पर देश के हाईकोर्टों में चल रहे मामलों में कार्यवाही पर रोक लगा दी है। NEET परीक्षा में धांधली जितना गंभीर है। उतना ही ये पेचीदा भी है। सुप्रीम कोर्ट के लिए जल्द किसी नतीजे पर पहुंचना आसान नहीं होगा। छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े है। हालांकि कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाई है। ऐसे में ये देखना होगा की सरकार और सुप्रीम कोर्ट छात्रों के भविष्य और NEET परीक्षा की पवित्रता के लिए क्या कदम उठाते हैं।