रायपुर : CG Monsoon Session 2024: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। सदन के कई मुद्दों पर गरमाने के आसार हैं। सरकार की नजर जहां अनुपूरक बजट और कुछ एहम प्रस्तावों को मंजूरी दिलाने पर है। वहीं विपक्ष ने कानून-व्यवस्था, बैगा आदिवासियों की मौत और खाद-बीज जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
CG Monsoon Session 2024: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में एक बार फिर सरकार और विपक्ष आमने-सामने होंगे। राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार होगा जब सदन में बृजमोहन अग्रवाल नहीं होंगे.। मंत्री केदार कश्यप उनकी जगह संसदीय कार्य मंत्री की भूमिका में नजर आएंगे। सत्र यूं तो महज 5 दिन का ही है जो 22 जुलाई से शुरू होकर 26 जुलाई तक चलेगा। लेकिन इस दौरान कई मुद्दों पर हंगामा हो सकता है। विपक्ष ने ऐसे मुद्दों की फेहरिस्त तैयार कर ली है। जिन पर कांग्रेस सरकार को घेरने के मूड में है।
इनमें बलौदाबाजार में भड़की हिंसा, बैगा आदिवासियों की मौत, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे कांग्रेस की हिट लिस्ट में हैं। वहीं विपक्ष हर दिन एक मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। इसके अलावा खाद बीज की कमी, मलेरिया, डायरिया से बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं, योजनाओं के नाम बदलना, गौठानों को बंद करना और अघोषित बिजली कटौती के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को घेरेगी इसके अलावा विधायकों ने सरकार से 966 सवाल पूछे हैं।जिनके जवाब सरकार से मांगे जाएंगे।
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CG Monsoon Session 2024: पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि प्रदेश में मुद्दों की कमी नहीं है। हर मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। वहीं डिप्टी सीएम विजय शर्मा और अरुण साव सरकार को हर मुद्द हर सवाल के लिए तैयार बता रहे हैं।
बीजेपी विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में विधायकों से कहा गया है कि सरकार ने पिछले छह-सात महीने में जितने भी जन कल्याणकारी काम किए हैं उन सबकी लिस्ट बनाकर रखें। ताकि सदन में बोलते समय सरकार के कामकाज को धाराप्रवाह तरीके से बता सकें। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सरकार विपक्ष के आरोपों का कितने कारगर तरीके से जवाब दे पाती है।