नई दिल्ली : #SarkarOnIBC24 : संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। विपक्ष ने NEET पेपर लीक का मुद्दा उठाया और परीक्षा रद्द करने की मांग की। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने का हवाला दिया। जिस पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कुछ ऐसा कह दिया। जिससे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भड़क गए। सदन में जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
#SarkarOnIBC24 : संसद का बजट सत्र शुरू ही हुआ था कि प्रश्नकाल के दौरान नीट पेपर लीक के मुद्दे ने फिर तूल पकड़ लिया। समाजवादी पार्टी और DMK ने नीट परीक्षा रद्द करने की मांग की और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा मांगा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी देश की परीक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए इसे फ्रॉड करार दिया। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान राहुल गांधी पर भड़क गए और सख्त एतराज जताया।
विपक्ष के हमलावर रुख पर पलटवार करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने मनमोहन सरकार के कार्यकाल का जिक्र किया। जब 2010 में शिक्षा सुधार के लिए 3 बिल लाए गए थे। धर्मेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि इनमें से परीक्षा में अनियमितता रोकने वाला बिल निजी मेडिकल कॉलेजों के दबाव में वापस ले लिया गया था। राहुल गांधी ने इसे शिक्षा मंत्री की मुद्दे को भटकाने की कोशिश बताया। NEET पर पक्ष बनाम विपक्ष की लड़ाई के NDA और INDIA गठबंधन की तरफ से खूब जुबानी तीर चले।
#SarkarOnIBC24 : NEET-UG परीक्षा का रिजल्ट उसी दिन आया था जब 4 जून को देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे। चुनाव में कौन सी पार्टी पास हुई और फेल इसकी तस्वीर तो साफ हो चुकी है। लेकिन NEET-UG परीक्षा में बैठे लाखों छात्रों का भविष्य आज भी अधर में है। मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और CBI की जांच से पेपर लीक की परत धीरे-धीरे खुल रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेंटर वाइज रिजल्ट भी सामने आ चुका है। उम्मीद है कोर्ट जल्दी ही किसी नतीजे पर पहुंचेगा और नीट छात्रों के करियर पर छाई धुंध की परत साफ होगी।