भोपाल : #SarkarOnIBC24 : मध्य प्रदेश में मदरसों को लेकर एमपी सरकार के एक नए फरमान से सियासत तेज हो गई है। जिसके तहत अब मदरसों में केवल मुस्लिम बच्चे ही पढ़ सकेंगे। साथ ही अगर ऐसा पाया जाता है तो सरकार कड़े एक्शन ले सकती है। तो इसी पर अब सियासी पारा हाई हो गया है। कांग्रेस ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है।
#SarkarOnIBC24 : एमपी में लंबे समय से मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर जो शिकायतें मिल रही थी उस संज्ञान लेते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। एमपी में डेढ़ हजार से अधिक मदरसों में पढ़ाई करने वाले गैर मुस्लिम विद्यार्थियों को अब उनके धर्म के अलावा ‘दीनी तालीम’ या किसी दूसरे धर्म की शिक्षा नहीं दी जा सकेगी। सरकार से मान्यता प्राप्त और अनुदान लेने वाले मदरसे अगर ऐसा करते पाए जाते हैं, तो तत्काल उनका अनुदान और मिलने वाली सहायता बंद कर दी जाएगी। मदरसे अगर ऐसा करते पाए जाते हैं, तो तत्काल उनका अनुदान और मिलने वाली सहायता बंद कर दी जाएगी। साथ ही मान्यता भी निरस्त होगी।
वहीं यह भी साफ किया गया है कि, बच्चे के नाबालिग होने की सूरत में अभिभावक की मंजूरी अनिवार्य रहेगी। इस आदेश के बाद राज्य का सियासी पारा गरमा गया है। कांग्रेस का कहना है कि हिंदू बच्चे सरकार की नाकामी के कारण मदरसे में पढ़ने के लिए मजबूर हैं।
#SarkarOnIBC24 : तो वहीं, बीजेपी ने फैसला का स्वागत किया है। बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जिन मदरसों में धार्मिक शिक्षा दी जा रही हैं। उनको ना तो सरकारी जामीन दी जाए, और ऐसे मदरसों पर कार्यवाही की जाए। अनुदान देने की भी कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी हैं, 70 साल में कुछ नहीं किया। मोदी सरकार का धन्यवाद, हर जिले में स्कूल खोल रही हैं, बस की फ्री सेवा दे रही हैं।
मदरसों पर सियासत का एमपी में कोई नई बात नहीं है। लेकिन, इस बार मदरसों में पढ़ रहे हिंदू बच्चों को लेकर सरकार सख्त हो गई है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर, क्या मजबूरी है कि, हिंदू बच्चों को मदरसों में पढ़ना पड़ रहा है।