रायपुरः cabinet of Modi government लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद 9 जून को मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये लगातार तीसरा कार्यकाल होगा, लेकिन पिछले दो कार्यकाल के मुकाबले यह कार्यकाल काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। दरअसल इस बार बीजेपी अपने दम पर बहुमत नहीं हासिल कर पाई है और सरकार चलाने और उसे बचाने के लिए सहयोगी दलों की जरूरत पड़ेगी। बदली हुई परिस्थिति में अब बीजेपी को संख्या के हिसाब से मंत्री बनाने होंगे यानी बीजेपी के मंत्रियों की संख्या घटेगी। साथ ही मलाईदार पदों पर भी समझौता करना पड़ सकता है। यानी तीसरी बार मोदी सरकार की गाड़ी शर्तो के साथ ‘हम साथ-साथ हैं’ वाले फॉर्मूले पर दौड़ेगी।
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cabinet of Modi government 4 जून को आए नतीजों के बाद 5 जून को NDA ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना। RJD और TDP सहित 16 पार्टियों के 21 नेताओं ने मोदी को अपना समर्थन पत्र भी सौंपा। गुरुवार को NDA ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। नरेंद्र मोदी, पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद वो दूसरे राजनेता होंगे, जिनका लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है। चर्चा है कि 9 जून नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
इस बार मोदी कैबिनेट बिल्कुल नई नजर आएगी। कई नए चेहरों को मौका मिल सकता है। इसकी पहली वजह है मोदी सरकार के 19 मंत्री चुनाव हार चुके हैं। हारने वालों में स्मृति ईरानी, संजीव बालियान, महेंद्रनाथ पांडे, निरंजन ज्योति, अर्जुन मुंडा, राजीव चंद्रशेखर जैसे दिग्गज मंत्री भी शामिल हैं। दूसरी वजह है बीजेपी का बहुमत से 32 सीट कम होना यानी अब NDA के सहयोगी दलों के सरकार नहीं चल सकती। उनकी बारगेनिंग पावर भी बढ़ी है। यही वजह है कि मोदी 3.0 के गठन से पहले डिमांड भी आने लगी है। 16 सीट जीतने वाली TDP 5 से 7 मंत्रालय मांग सकती है। हालांकि अभी तक चंद्रबाबू नायडू की पार्टी की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उसने अपना संदेश बीजेपी को भेज दिया है।
वहीं नीतीश की JDU की नजर भी 4 से 5 मंत्रालय पर है। खबर तो ये भी है कि बिहार में 5 सीट जीतने वाले चिराग भी बड़े मंत्रालयों की डिमांड कर रहे हैं। हालांकि वो खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इधर शिंदे की शिवसेना और अन्य सहयोगी दलों को भी मोदी कैबिनेट में बड़े मंत्रालयों की उम्मीद है। कुल मिलाकर मोदी 3.0 में शाह, राजनाथ, गडकरी और सीतारमण जैसे दिग्गज मंत्रियों के अलावा कुछ ही चेहरे रिपीट हो सकते हैं। बहरहाल तीसरी बार मोदी सरकार में किसकी लॉटरी लगती है और किसके हिस्से मायूसी आती है। इसके लिए एक दो दिन का इंतजार करना होगा।