नई दिल्ली : Kisan Andolan 2024 : कांग्रेस के किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले एक बार फिर से किसान संसद का घेराव करने के लिए दिल्ली कूच के लिए निकल पड़े हैं। कर्जमाफी, MSP समेत कई मुद्दों के समाधान के लिए निकले किसान उस वक्त उग्र हो गए, जब उन्हें नोयडा में रोक लिया गया। कांग्रेस किसानों के जरिए सरकार की खिलाफत में उतर आई है, तो बीजेपी दावा कर रही है कि वो हमेशा किसानों के साथ है।
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Kisan Andolan 2024 : तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद एक बार फिर से किसान केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए। किसान संसद का घेराव करने के लिए नोएडा दिल्ली बॉर्डर पर इकट्टा हुए। जहां पुलिस ने बैरिकेटिंग कर किसानों को रोक दिया। जिसके चलते किसान उग्र हो गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई।हालात संभालने के लिए मौके पर RAF और वज्र वाहन लगाकर रोड को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया। इससे नाराज किसान बैरिकेड के ऊपर चढ़ गए।
किसान दरअसल भूमि अधिग्रहण के उचित मुआवजे, फसलों पर MSP की गारंटी चाहते हैं। किसान कर्ज माफी, पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं करने की भी मांग कर रहे हैं। किसान पिछले किसान आंदोलन में दर्ज मुकद्दमों की वापसी, लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय और आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
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Kisan Andolan 2024 : किसानों के उग्र प्रदर्शन के चलते दिल्ली के सियासी गलियारो में भी हलचल शुरू हो गई। सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए।
एक तरफ किसान अपनी मांगो को लेकर लामबंद हैं तो दूसरी ओर सरकार और विपक्ष किसानों के मुद्दे पर सधी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर किसानों ने जिस तरह से एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हैं। उससे सरकार की चिंता जरुर बढ़ गई है। मोदी सरकार को ऐसे ही आंदोलन के चलते पिछली बार दबाव में तीन कृषि कानून वापस लेने पड़े थे। ऐसे में ये आंदोलन आगे क्या रुप लेता है। इस पर सबकी नजर बनी रहेगी।