नई दिल्ली : Hindenburg Report News : अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट ने एक बार फिर भारत में सियासी तूफान मचा दिया है। हिंडनबर्ग ने सेबी की चेयरपर्सन माधवी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग के मताबिक माधबी बुच और धवल बुच की अडाणी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर कंपनी में हिस्सेदारी है। जिससे कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई तो वहीं बीजेपी ने इसे भारत के संसद सत्र के कामकाज को प्रभावित करने की साजिश करार दिया है। वहीं इस पर सेबी चीफ माधबी बुच और अड़ानी ग्रुप का भी पक्ष सामने आया है।
Hindenburg Report News : हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट ने एक बार फिर भारत में सियासी भूचाल ला दिया है। गौतम अडानी को लेकर बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस को निशाना साधने का मौका मिल गया है। दरअसल हिंडनबर्ग ने अपनी ताजा रिपोर्ट में गौतम अडानी और सेबी चेयरमैन माधवी बुच के बीच आर्थिक संबंधों को जोडकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च के मुताबिक माधबी बुच और उनके पति धवल बुच की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी रही है। ये ऑफशोर कंपनियां अडानी ग्रुप की वित्तीय अनियमिताओं से जुड़ी थीं। ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में कथित तौर पर गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी ने अरबों डॉलर निवेश किया। इस पैसे का इस्तेमाल अडाणी ग्रुप के शेयरों के दामों में तेजी लाने के लिए किया गया। सेबी ने अडानी ग्रुप की संदिग्ध शेयर होल्डर कंपनियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
Hindenburg Report News : हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा और निष्पक्ष जांच की मांग की तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ने इसकी टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग का नाम भारत में जनवरी 2023 तब सुर्खियों में आया था जब हिंडनबर्ग ने दुनिया के टॉप- थ्री अमीरों में शुमार गौतम अडानी पर 7 प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों के स्टॉक मूल्यों में हेरफेर कर 100 बिलियन डॉलर की कमाई का आरोप लगाया था। हिंडनबर्ग के इस दावे से भारतीय शेयर बाजार में भूचाल आ गया था। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर आसमान से जमीन पर आ गए थे। अब ये देखना होगा की हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट के झटकों की तपिश.. शेयर बाजार और भारत की सियासत पर क्या असर डालती है।