रायपुर : #SarkarOnIBC24 : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार बन रहे हैं। कांग्रेस कानून-व्यवस्था, महंगी बिजली, खाद और बीज जैसे कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। विधायकों ने सरकार से 900 से ज्यादा सवाल भी पूछ डाले हैं। वहीं हर दिन किसी एक विषय पर स्थगन प्रस्ताव पेश करने की भी तैयारी है। विपक्ष की रणनीति को ध्यान में रखते हुए सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है।
#SarkarOnIBC24 : छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। साय सरकार को सत्ता संभले 7 महीने गुजर चुके हैं। कांग्रेस ने इस दौरान कई ऐसे मुद्दों की लिस्ट तैयार कर ली है जो सरकार के लिए सदन में परेशानी खड़ी कर सकते हैं। विपक्ष की अगर रणनीति की बात करें तो सत्ता पक्ष और विपक्ष ने सदन में पूछने के लिए 965 सवाल लगाए हैं। विपक्ष सदस्य प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण और शून्यकाल के दौरान कई मुद्दों पर सरकार को घेरेंगा। बिजली बिल में वृद्धि, कानून व्यवस्था, खाद-बीज की कमी, बैगा आदिवासियों की बीमारियों से मौत, पोटा केबिन में छात्रों की मौत और कांग्रेसियों पर FIR जैसे कई मुद्दें है जिन्हें कांग्रेस विधानसभा में जोर-शोर से उठाएगी।
विपक्ष की तैयारी पर डिप्टी सीएम साव ने तंज कसा है। साव के मुताबिक कांग्रेस को भरोसा नहीं हो पा रहा कि वो सत्ता से बाहर हो गई है। कांग्रेस का काम अब बस अराजकता पैदा करना रह गया है। कांग्रेस नेता धीरेंद्र साहू ने इस पर पलटवार किया कि सरकार के खिलाफ इतने सवाल हैं कि सत्र भी छोटा पड़ने वाला है।
#SarkarOnIBC24 : छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र महज 5 दिन चलेगा। 22 जुलाई से शुरू होकर 26 जुलाई को खत्म हो जाएगी। कांग्रेस अगर बीजेपी पर हमले के लिए तैयार है तो बीजेपी भी भूपेश सरकार के दौर की याद दिलाकर पलटवार की रणनीति अपना सकती है। हालांकि सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष का क्या रूख रहता है। इसे जानने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।