भोपाल : MP Politics News : 5 साल बाद बल्लाकांड में कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय बरी कर दिया। आकाश पर नगर निगम के अधिकारियों को क्रिकेट से बल्ले से पिटने का आरोप लगा था, लेकिन सबूत के अभाव और फरियादी के बयान पर कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय को दोषमुक्त किया है। कोर्ट से बल्लाकांड में बरी करने के बाद अब इस पर सियासी बयान आना भी शुरू हो गए है।
MP Politics News : ये तस्वीरें तो आपको याद ही होगी..जिसमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और पूर्व विधायक आकाशी विजयवर्गीय निगम अफसर को बल्ले से पिटते दिखाई दे रहे हैं। मामले में आकाश पर FIR भी हुई थी। 5 साल तक चले प्रकरण के बाद कोर्ट MP-MLA कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय को बरी कर दिया। आकाश के साथ-साथ आरोपी बनाए गए 10 लोगों को भी कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया।
दरअसल शिकायतकर्ता अपने बयान से पलट गए। उसने कहा कि, घटना के वक्त वे मोबाइल पर बात कर रहे थे, उन्हें नहीं पता कि उन्हें बल्ला किसने मारा था, क्योंकि बल्ला पीछे से चला था। सबूतों के अभाव और फरियादी के बयान के आधार पर कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय को दोषमुक्त किया। आकाश की रिहाई को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
MP Politics News : चलिए अब आपको बताते हैं कि पूरा मामला है क्या – घटना 26 जून 2019 की है। नगर निगम की टीम जर्जर भवन ढहाने गई थी टीम। इसी दौरान आकाश विजयवर्गीय का निगम अधिकारियों से विवाद हो गया। आकाश पर अधिकारी को बैट से पीटने का आरोप लगा। इस घटना में, पुलिस ने धारा 353, 294, 323, 506, 147 और 148 के तहत मामला दर्ज किया था। FIR दर्ज होने के बाद आकाश गिरफ्तार भी हुए थे। 5 साल पहले बल्लाकांड की गूंज पूरे देश में सुनाई दी थी। पीएम मोदी ने भी घटना पर नाराजगी जताई थी। वहीं पार्टी ने विधानसभा चुनाव में आकाश का टिकट भी काट दिया था।