#SarkarOnIBC24 : Tirupati के बाद अब Vrindavan और Mathura पर उठे सवाल, तिरुमला में शुद्धीकरण के लिए अनुष्ठान

Tirupati Temple Prasad Controversy : तिरुपति मंदिर में महाप्रसाद में मिलावट की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने SIT का गठन कर दिया है

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  • Publish Date - September 23, 2024 / 11:57 PM IST,
    Updated On - September 23, 2024 / 11:57 PM IST

नई दिल्ली : Tirupati Temple Prasad Controversy : तिरुपति मंदिर में महाप्रसाद में मिलावट की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने SIT का गठन कर दिया है, लेकिन पूरे देश के मंदिरों में प्रसाद को लेकर सियासी फसाद छिड़ गया है। न केवल विपक्ष बल्कि बीजेपी के नेता भी सवाल उठा रहे हैं। डिंपल यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने गंभीर आरोप लगाए हैं।

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Tirupati Temple Prasad Controversy :  प्रसादम में मिलावट के बाद मचे बवाल के बाद तिरुमला मंदिर के शुद्धिकरण के लिए अनुष्ठान किया गया। करीब 4 घंटे तक चले शुद्धिकरण पूजा में वेंकटेश स्वामी से माफी मांगी गई। जाहिर है तिरुपति मंदिर में लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल पर पूरे देश में भक्तों और संत समाज गुस्से में है। देश के कई मंदिरों में अब बाहर से आने वाले प्रसाद पर रोक लगा दी है। इस बीच अब कैसरगंज से पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने यूपी के मंदिरों में बंटने वाले प्रसाद की जांच की बात कही है।

बृजभूषण सिंह यहीं नहीं रुके उन्होने कहा कि मिलावटखोर हिंदू धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जब आंध्रप्रदेश के सीएम ने जांच करा दी, तो उत्तरप्रदेश के मंदिरों में भी जांच होनी चाहिए। इससे पहले सपा सांसद डिंपल यादव ने भी मथुरा-वृंदावन में प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे।

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Tirupati Temple Prasad Controversy :  तिरुपति की घटना के बाद छत्तीसगढ़ में भी प्रसाद की गुणवत्ता की जांच होगी। खाद्य एवं औषधि विभाग ने आदेश जारी किया है कि डोंगरगढ़ में दर्शनार्थियों को दिए जाने वाले प्रसाद की जांच की जाएगी। जांच की आदेश पर सियासी बयानबाजी भी तेज है।

दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के खजराना गणेश मंदिर का लड्डू प्रसाद और भोजन प्रसादी एक बार फिर शुद्धता की कसौटी पर खरे उतरे हैं। केंद्र सरकार की एजेंसी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण यानी FSSAI ने मंदिर को हाइजीन का सर्टिफिकेट दिया है। बहरहाल हम यही उम्मीद करते हैं कि खजराना गणेश मंदिर की तरह हर मंदिर का प्रसाद शुद्धता की कसौटी पर खरा उतरे। क्योंकि ये मामला करोड़ो हिंदुओं की आस्था से जुड़ा है। अगर तिरुपति मंदिर के बाद किसी और मंदिर के प्रसाद में मिलावट की बात सामने आती है, तो हिंदुओं की आस्था पर आघात होगा।

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