Sarva Pitru Amavasya 2024: 1 या 2 अक्टूबर कब है सर्व पितृ अमावस्या? सूर्य ग्रहण का मंडराया साया, कैसे होगा तर्पण और श्राद्ध कार्यक्रम जानें यहां

Sarva Pitru Amavasya 2024: सर्व पितृ अमावस्या 1 अक्टूबर 2024 को रात 09.39 पर शुरू होगी और 3 अक्टूबर 2024 को प्रात: 12.18 पर इसका समापन होगा।

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 05:16 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 05:16 PM IST

नई दिल्ली : Sarva Pitru Amavasya 2024: भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन माह की अमावस्या तक पितृ पक्ष रहता है। इन 15 दिनों में पितरों का तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि, यमराज साल में इन 15 दिनों के लिए पितरों को पृथ्वी पर जानें की अनुमति देते हैं।

पितर धरती पर आकर अपने वंशज से अन्न-जल ग्रहण करते हैं, इससे उन्हें सद्गति प्राप्त होती है। पितृ पक्ष का सबसे अहम दिन माना जाता है सर्व पितृ अमावस्या। इस दिन पितरों को विदा किया जाता है। आज हम आपको इस साल की सर्व पितृ अमावस्या की सही तारीख के बारे में जानकारी देंगे।

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1 या 2 अक्टूबर कब है सर्व पितृ अमावस्या?

Sarva Pitru Amavasya 2024: पंचांग के अनुसार सर्व पितृ अमावस्या 1 अक्टूबर 2024 को रात 09.39 पर शुरू होगी और 3 अक्टूबर 2024 को प्रात: 12.18 पर इसका समापन होगा। हिंदू धर्म में अमावस्या उदयातिथि से मान्य होती है। ऐसे में इस साल 2 अक्टूबर 2024 को उदयातिथि अनुसार अमावस्या मान्य होगी।

सर्व पितृ अमावस्या पर मंडराया सूर्य ग्रहण का साया

इस साल सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का साया मंडरा रहा है। सूर्य ग्रहण 1 अक्टूबर को रात में 9.40 से 2 अक्टूबर की मध्य रात्रि 3.17 मिनट तक रहेगा। हालांकि ये सूर्य ग्रहण रात में लगेगा इसलिए भारत में ये दिखाई नहीं देगा। ऐसे में सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण के कारण तर्पण और श्राद्ध कर्म में बाधा नहीं आएगी।

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सर्व पितृ अमावस्या पर हो रहा शुभ संयोग का निर्माण

Sarva Pitru Amavasya 2024: इस साल सर्व पितृ अमावस्या के दिन 3 शुभ योग बन रहे हैं। ब्रह्म योग का प्रारंभ प्रात:काल से होकर अगले दिन 3 अक्टूबर को प्रात: 3 बजकर 22 मिनट तक है। उसके बाद इंद्र योग लगेगा. साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से लगेगा, जो 3 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 15 मिनट तक है।

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