नई दिल्ली : Lal Kitab Ke Upay : आपने लाल किताब के बारे में कई बार सुना होगा। ऐसा माना जाता है कि इसमें दिए गए खास उपाय लोगों को उनकी हर तरह की समस्याओं से छुटकारा दिला सकते हैं। तो चलिए जानते हैं लाल किताब के बेहद खास 30 उपाय।
Lal Kitab Ke Upay : सबसे पहले अपनी कुंडली किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य को दिखाएं। फिर उनके अनुसार अच्छे मुहूर्त में बुधवार के दिन नाक और गुरुवार के दिन गुरु का दान कर दें। नाक में चांदी का तार 43 दिन तक डालकर रखें। इसके बाद कान में सोने का तार डालें।
लाला किताब के दूसरे उपाय के अनुसार घर में काला और सफेद खड़ा सुरमा रखना अच्छा माना जाता है। इतना ही नहीं आप इसे आंखों में भी लगाएं। आपको बता दें कुंडली अनुसार 5 ग्राम सूरमा की डली जमीन में गाड़ने की सलाह भी दी जाती है।
Lal Kitab Ke Upay : तीसरे उपाय के अनुसार घर की तिजोरी या अलमारी में ढक्कन लगी चांदी की डिब्बी का उपयोग बताया गया है। जिसके अनुसार इस डिब्बी में पानी भरकर उसे तिजोरी में रखें। पानी सूख जाने पर उसे तुरंत भर दें।
चौथे उपाय के अनुसार घर में कम से कम 150 ग्राम चांदी का ठोस हाथी जरूर होना चाहिए।
पांचवे उपाय के अनुसार घर में पत्थर की छोटी सी घट्टी रखना आपके कष्टों को दूर करता है।
Lal Kitab Ke Upay : छटवें उपाय के अनुसार घर में एक मिट्टी के बर्तन में शहद भरा हुआ होना चाहिए। ये बर्तन भी घर में उचित स्थान पर हो।
सातवें उपाय के अनुसार चांदी का एक चौकोर टुकड़ा आपके पर्स और तिजोरी में जरूर होना चाहिए।
आठवे उपाय की बात करें तो इसके अनुसार देशी गुड़ घर में जरूर होना चाहिए। इतना ही नहीं इसे बीच—बीच में खाते भी रहें।
Lal Kitab Ke Upay : घर में बनी आखिरी रोटी कुत्ते को जरूर खिलाते रहें। ऐसा प्रतिदिन करें।
दसवें उपाय की बात करें तो मंदिर में सफेद और काला दोरंगी कंबल दान करने से फायदा होता है।
घर में वृक्ष, चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, कछुआ, मछली, वृद्ध, अनाथ, कन्या, अशक्त मानव आदि प्राणियों के लिए भोजन और जल का प्रतिबंध जरूर करें।
परस्त्रीगमन, शराब पीना, ब्याज का धंधा करना और किसी मनुष्य या प्राणी को सताना आदि कार्यों को करना बंद करें। इतना ही नहीं प्रत्येक शनिवार छाया दान करने की कोशिश करें। यदि नहीं कर पा रहे हैं तो 11 शनिवार तक ऐसा जरूर करें।
Lal Kitab Ke Upay : पानी वाला नारियल लेकर स्वयं और अपने परिवार के सदस्यों के ऊपर से 21 बार वार कर उसे अग्नि में स्वाहा कर दें।
6 नारियल लेकर इसी तरह 21 बार वार कर बहते पानी में बहा दें।
तांबे के लोटे में जल भरकर उसे सिरहाने रखकर सोएं। सुबह उठते ही उसे बाहर ढोल दें। ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो उसे कीकर के पेड़ में डाल दें। ऐसा एक बार नहीं बल्कि कम से कम 43 दिन तक करें। इससे ज्यादा करने से भी कोई दिक्कत नहीं।
वृद्ध पुजारी या शिक्षक को पीला वस्त्र, धार्मिक पुस्तक या पीले खाद्य पदार्थ दान करें।
Lal Kitab Ke Upay : किसी भी शवयात्रा में शमशान से लौटते समय कुछ सिक्के पीछे फेंकते हुए घर आएं और नहा लें। रात को सोते समय एक तांबे का सिक्का सिरहाने रखें। इसके बाद दूसरे दिन सुबह उस सिक्के को किसी श्मशान में फेंक आएं।
किसी सफाईकर्मी को कभी-कभी सिक्के का दान करते रहें।
तांबे के गोल सिक्के में छेद करके उसे किसी लाल या सफेद धागे में पिरोकर गले में पहनें।
बहते पानी में रेवड़ियां, बताशे, शहद या सिंदूर बहाएं।
Lal Kitab Ke Upay : नवरात्रि में कन्या भोज जरूर कराएं। ऐसा नहीं कर पाए हैं तो बुधवार के दिन कन्याओं को हरे वस्त्र और हरी चुड़िया दान करके उन्हें भोजन जरूर कराएं। या फिर 21 शुक्रवार तक 9 वर्ष से कम आयु की 5 कन्यायों को खीर व मिश्री का प्रसाद बांटें।
हमेशा पूर्व की सिर रख कर सोएं। अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रख लें।
शुक्रवार के दिन लकड़ी के पाटे पर बैठकर पानी में 100 ग्राम दही मिलाकर उससे स्नान करें।
Lal Kitab Ke Upay : माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाएं। कम से कम 43 दिन तक ऐसा करें।
घर में सुबह और शाम दोनों समय कपूर जरूर जलाएं। घर में सुगंधित वातावरण बनाकर होना जरूरी है।
पीपल, बरगद, नीम और केले की जड़ में प्रतिदिन जल जरूर चढ़ाएं।
Lal Kitab Ke Upay : चांदी या तांबे के गिलास में ही पानी पीएं। अगर आपकी तासीर ठंडी है तो तांबें के गिलास का उपयोग करें।
जितना ज्यादा हो सके तो घर के किचन में पीतल और तांबे के बर्तनों की अधिकता रखें।
अपने घर और रिश्तेदारों का सम्मान करें।
Lal Kitab Ke Upay : प्रतिदिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ जरूर पढ़ें। जहां तक हो सके हनुमानजी को चोला जरूर चढ़ाएं। मंगल, गुरु और शनिवार को ऐसा किया जा सकता है। जहां तक हो सके तो एकादशी, प्रदोष या गुरुवार का व्रत रखें।
Follow us on your favorite platform:
आज इन राशियों को मिलेगा भाग्य का पूरा साथ, माता…
8 hours ago