Shani Nakstra Parivartan ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह एक निश्चित समय के बाद अपना स्थान परिवर्तन करते हैं। न्याय और कर्म के देवता कहे जाने वाले शनि12 मई को शनि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के द्वितीय पद में विराजित होंगे और 18 अगस्त तक द्वितीय पद में ही उपस्थिति रहेंगे। वहीं, शनि फिलहाल अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में पूर्वाभाद्रपद के पहले और दूसरे पद को बेहद शुभ माना गया है। इससे कुछ राशियों को बेहद शुभ फल मिलेंगे और जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
मेष राशि : शनि के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के दूसरे पद में विचरण करने से मेष वालों को जबरदस्त लाभ होगा। लंबे समय से अटका हुआ धन वापस मिलेगा। धन-संपत्ति में वृद्धि के योग बनेंगे। धन का आवक बढ़ेगा। आय के नए स्त्रोतों से धन लाभ होगा। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पुरानी प्रॉपर्टी को बेचकर या किराए से पैसे आएंगे।
कन्या राशि : शनि चाल बदलकर कन्या राशि वालों को बेहद शुभ फल देंगे। नौकरी-व्यवसाय में तरक्की के योग बनेंगे। लंबे समय से रुके हुए कार्य चल पड़ेंगे। अच्छे पैकेज के साथ नई जॉब का ऑफर मिलेगा। नौकरीपेशा वालों का प्रमोशन हो सकता है। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बरकरार रहेगी। सुख-सुविधाओं में जीवन व्यतीत होगा।
कुंभ राशि : शनि के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के दूसरे चरण में होने से कुंभ राशि वालों के लिए लाभकारी साबित होगा। वैवाहिक जीवन की दिक्कतें दूर होंगी। कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत हासिल होगी। नए कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ योग बनेंगे। नौकरी-कारोबार में वातावरण अनुकूल रहेगा। कार्यों की बाधाएं दूर होंगी।