Shani dev Aarti : आज मकर संक्रांति का दिन भारत में सबसे शुभ त्योहारों में से एक माना जाता है जो सूर्य देव को समर्पित है। यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन की घोषणा करता है, जो खगोलीय और कृषि चक्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। पौष मास में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व मनाया जाता है।किसानों के लिए यह त्यौहार फसल कटाई के मौसम के समापन का प्रतिनिधित्व करता है और भरपूर उपज के लिए धन्यवाद व्यक्त करने और भविष्य की समृद्धि के लिए प्रार्थना करने का अवसर है। यह माना जाता है कि भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उनके घर जाते हैं और शनि मकर राशि के स्वामी है। इसलिए इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इसलिए इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन पूजा अर्चना व् आरती से भगवान् सूर्य देव एवं उनके सुपुत्र शनि देव दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
Shani dev Aarti : आईये यहाँ प्रस्तुत है शनि देव जी की दिव्य आरती
॥ शनिदेव की आरती ॥
जय जय श्री शनिदेवभक्तन हितकारी।
सूरज के पुत्र प्रभुछाया महतारी॥
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥
श्याम अंग वक्र-दृष्टिचतुर्भुजा धारी।
Shani dev Aarti
निलाम्बर धार नाथगज की असवारी॥
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥
क्रीट मुकुट शीश सहजदिपत है लिलारी।
मुक्तन की माल गलेशोभित बलिहारी॥
Shani dev Aarti
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥
मोदक और मिष्ठान चढ़े,चढ़ती पान सुपारी।
लोहा, तिल, तेल, उड़दमहिषी है अति प्यारी॥
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥
Shani dev Aarti
देव दनुज ऋषि मुनिसुमिरत नर नारी।
विश्वनाथ धरत ध्यान हमहैं शरण तुम्हारी॥
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥
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8 hours ago