Sehri & Iftar Time: मुस्लिम धर्म में सबसे महत्वपूर्ण महीना रमजान 12 मार्च से शुरू होने वाला है। बता दें कि मुस्लिम समाज के लिए रमजान का महीना बेहद खास होता है। रमजान के पाक महीने में इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग पूरे एक माह रोजा रखते हैं। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग दिन में रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। रमजान में रोजा रखना हर एक मुस्लिम का फर्ज माना जाता है। मुस्लिम लोग अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए इस महीने के आखिर में ईद-उल-फितर मनाते हैं, जिसे मीठी ईद भी कहा जाता है।
सहरी और इफ्तार का समय
रमजान महीने में हर मुस्लिम को रोजा रखना अनिवार्य होता है। रमजान के दौरान लोग सहरी अजान से पहले करते है और दिनभर रोजा रखने के बाद संध्याकाल में इफ्तार करते हैं। देशभर में सहरी और इफ्तार का समय की जानकारी भी आ गई है। दिल्ली में सहरी का समय सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर है। वहीं, इफ्तार का समय शाम 6 बजकर 29 मिनट पर इफ्तार का समय रहेगा।
रमजान का धार्मिक महत्व
इस्लाम धर्म की मान्यता के मुताबिक, रमजान के दिनों में खुदा की इबादत से रहमत बरसती है। रमजान में चांद का दिखना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि, चांद का दीदार होने के बाद ही पहला रोजा रखा जाता है। इस्लाम धर्म के मुताबिक, क्योंकि इस महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब को इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरान शरीफ मिली थी। इसलिए इन पाक दिनों में लोग पूरा महीना रोजा रखते हैं।