Hindu Nav Varsh 2023 Prediction: 22 मार्च से होगी 'पिंगल' संवत की शुरुआत, राजा बुध होंगे मंत्री शुक्र, धनेश सूर्य प्रभाव से धन-धान्य से भर जाएगा घर |

Hindu Nav Varsh 2023 Prediction: 22 मार्च से होगी ‘पिंगल’ संवत की शुरुआत, राजा बुध होंगे मंत्री शुक्र, धनेश सूर्य प्रभाव से धन-धान्य से भर जाएगा घर

Hindu Nav Varsh 2023 Vikram Samvat 2080 : इस समय पर राजा और मंत्री दोनों के कारण स्थिति थोड़ी मुश्किल हो सकती है। साथ ही लोगों के मध्य निरंकुशता का प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।

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Modified Date: March 4, 2023 / 11:19 PM IST
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Published Date: March 4, 2023 11:10 pm IST

Hindu Nav Varsh 2023 Prediction: हिंदू धर्मानुसार नववर्ष की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से किया जाता है। हर साल नव संवत का प्रारम्भ भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है। साल 2023 में हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2080, पिंगल संवत्सर का आगाज बुधवार 22 मार्च 2023 के दिन होने जा रहा है।

2080 के नव संवत्सर को ‘पिंगल’ संवत के नाम से जाना जाएगा। इस साल संवत के राजा बुध और मंत्री शुक्र होंगे। ज्योतिष के अनुसार, पिंगल नामक संवत के प्रभाव से विकास के कार्यों में व्यवधान की स्थिति देखने को मिल सकती है। इस समय पर राजा और मंत्री दोनों के कारण स्थिति थोड़ी मुश्किल हो सकती है। साथ ही लोगों के मध्य निरंकुशता का प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।

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संवत राजा बुध-

इस साल संवत के राजा बुध होंगे। बुध के प्रभाव से एक चीज जो मुख्य रुप से देखने को मिल सकती है वह है, लोगों के भीतर उत्साह और क्रोध। इस समय पर दुर्घटनाओं के प्रभाव से शुभ जन मानस के साथ प्रकृति भी प्रभावित हो सकती है। मंगल के प्रभाव के कारण चीजों में उछाल भी देखने को मिल सकता है। इस समय पर प्रकृति में बदलाव भी देखने को मिलेगा। भारी वर्षा और चक्रवात की स्थिति हो सकती है, अग्नि से होने वाली दुर्घटनाओं में वृद्धि भी देखने को मिल सकती है। पशुओें की कमी या पशुओं की हानि हो सकती है। शासन के प्रति आरोप प्रत्यारोपों का दौर भी देखने को मिल सकता है।

संवत मंत्री शुक्र-

इस साल के मंत्री शुक्र हैं। इस कारण स्थिति थोड़ी जटिल होगी। मंत्री होने के कारण भौतिक सुख सुविधाओं को लेकर खींचतान रह सकती है। राज्यों में चोरी ठगी, भ्रष्टाचार होने से हिंसा की स्थिति पनपेगी। जनता के मध्य उपद्रव होने की स्थिति रहेगी। जन-धन की हानि होने और नेताओं में परस्पर विरोध की स्थिति भी दिखाई दे सकती है। रोगों की अधिकता से लोगों के मध्य भय की स्थिति रह सकती है। धार्मिक भावनाओं के प्रति रूढ़िवादिता देखने को मिलेगी।

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धनेश सूर्य का प्रभाव –

धनेश अर्थात धन के स्वामी राज्य के कोश का स्वामी। धनेश सूर्य के होने से यह समय आर्थिक क्षेत्र में थोड़ा अनुकूल कहा जा सकता है। इस समय पर लोगों की ओर से लाभ में वृद्धि का कुछ मौका मिल सकता है। शासन व्यवस्था में व्यापार करने वालों के लिए ये कुछ सकारात्मक स्थिति बन सकती है।