Mangla Gauri Stotra : जिस तरह सावन का सोमवार महादेव को प्रिय है, उसी तरह सावन माह का हर मंगलवार मां गौरा को बहुत प्रिय है। इस पवित्र माह में खासतौर पर मंगलवार के दिन मां गौरा और भगवान शिव की अराधना करने से वैवाहिक जीवन का तनाव गायब हो जाता है। कुंवारों को मनचाहा साथी प्राप्त होता है। जिनके विवाह में बाधाएं आ रही होती हैं, मां मंगला गौरी की कृपा से सभी बाधाओं का नाश होता है। शास्त्रों के अनुसार श्रावण मास में मां गौरी के इस स्तोत्र का पाठ करने से वैवाहिक जीवन से जुड़ी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है और साथ ही अविवाहितों के जीवन में चल रही नकारात्मकता का नाश होता है। जीवनसाथी की दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मां मंगला गौरी स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
Mangla Gauri Stotra : मंत्र ( Mantra)
– या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
Mangla Gauri Stotra : आईये पढ़तें हैं पवित्र मंगला गौरी स्तोत्र
ॐ रक्ष-रक्ष जगन्माते देवि मङ्गल चण्डिके।
हारिके विपदार्राशे हर्षमंगल कारिके।।
हर्षमंगल दक्षे च हर्षमंगल दायिके।
शुभेमंगल दक्षे च शुभेमंगल चंडिके।।
मंगले मंगलार्हे च सर्वमंगल मंगले।
सता मंगल दे देवि सर्वेषां मंगलालये।।
पूज्ये मंगलवारे च मंगलाभिष्ट देवते।
पूज्ये मंगल भूपस्य मनुवंशस्य संततम्।।
मंगला धिस्ठात देवि मंगलाञ्च मंगले।
संसार मंगलाधारे पारे च सर्वकर्मणाम्।।
Mangla Gauri Stotra
देव्याश्च मंगलंस्तोत्रं यः श्रृणोति समाहितः।
प्रति मंगलवारे च पूज्ये मंगल सुख-प्रदे।।
तन्मंगलं भवेतस्य न भवेन्तद्-मंगलम्।
वर्धते पुत्र-पौत्रश्च मंगलञ्च दिने-दिने।।
मामरक्ष रक्ष-रक्ष ॐ मंगल मंगले।
।।इति मंगलागौरी स्तोत्रं सम्पूर्णं।।
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Mangla Gauri Stotra : मां मंगला गौरी स्तोत्र के लाभ
– वैवाहिक जीवन की मुश्किलों के अलावा इस स्तोत्र के पाठ से जीवन की अशांति को दूर किया जा सकता है।
– जीवनसाथी की दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मां मंगला गौरी स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
– अगर परिवार वालों के बीच एकता लेकर आना चाहते हैं तो इस स्तोत्र का पाठ करना न भूलें।
– श्रावण माह के मंगलवार के दिन इस स्तोत्र का पाठ करने से मां साधक के लिए सौभाग्य के द्वार खोल देती हैं।
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