रायगढ़, छत्तीसगढ़। रायगढ़ में एक अजीब वाकया सामने आया है। भगवान भोलेनाथ को कुछ दिन पहले नजूल भूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर नोटिस दिया गया था।
इसके जवाब में भगवान शुक्रवार को तहसील कोर्ट में पेशी पर पहुंचे। भगवान तो तय समय पर पहुंच गए लेकिन नोटिस देने वाले अधिकारी ही तहसील कार्यालय से नदारद मिले।
पढ़ें- टायर में कील घुस जाए तो भी नो टेंशन.. अब अपने आप ठीक हो जाएगा.. आ गया ये एडवांस टायर
वहीं याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने रायगढ़ तहसील न्यायालय को संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। तहसील न्यायालय ने संबंधित लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसमें शिव मंदिर, कऊहाकुंडा को नोटिस दे दिया।
ऐसे में शुक्रवार को कऊहाकुंडा वार्ड के स्थानीय लोग शिवलिंग को रिक्शे में लेकर नोटिस की कॉपी के साथ तहसील न्यायालय में पेशी पर पहुंचे। तहसीलदार जनसुनवाई में व्यस्त होने के कारण मामले की सुनवाई नहीं कर सके।
पढ़ें- स्पा सेंटर में चल रहा था वेश्यावृत्ति का धंधा.. तीन गिरफ्तार.. 2 महिलाएं कर रहीं थी एजेंट का काम
इस मामले में नायब तहसीलदार का कहना है कि मंदिर को नोटिस, लिपिकीय त्रुटि की वजह से जारी हुआ था। इस मामले में अन्य लोगों को नोटिस दिया गया है। नोटिस की सुनवाई अप्रैल महीने की 13 तारीख को होगी।
पढ़ें- कोरोना से मौत के आंकड़ों ने सबको चौंकाया.. 24 घंटे में 4100 मौत! 1600 नए केस
पूरा मामला यह है कि रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 25 कऊहाकुंडा में एक महिला द्वारा नजूल भूमि पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी।
Sunday Rashifal : रविवार को इन राशियों का खुल जाएगा…
16 hours agoKal Ka Rashifal: नए साल से इन 3 राशियों पर बरसेगी…
21 hours ago