Shubh Yog

Shubh Yog: इस गणेश चतुर्थी 300 साल बाद बन रहे ये खास योग, इन राशियों के जातकों के खुलेगी किस्मत

Shubh Yog सालों बाद बन रहे इन 3 योग से खुलेंगे 3 राशियों के किस्मत के द्वार, धन- दौलत में वृद्धि, निवेश-नौकरी में लाभ

Edited By :   Modified Date:  September 17, 2023 / 08:36 AM IST, Published Date : September 17, 2023/8:36 am IST

Shubh Yog: ज्योतिष शास्त्र अनुसार जब भी व्रत एवं त्योहार पर ग्रहों के गोचर से शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है, जिसका प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। ज्योतिष के मुताबिक, इस बार भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 18 और 19 सितंबर 2023 दो दिन हैं लेकिन उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर 2023 को मनाया जाएगा। खास बात ये है कि करीब 300 साल बाद 19 सितंबर को 3 शुभ योग ब्रह्म, शुक्ल और शुभ योग भी बन रहे हैं। इसके अलावा 19 सितंबर को रवि योग का भी प्रभाव रहेगा।

योग के साथ शुभ नक्षत्र का भी प्रभाव

Shubh Yog: ज्योतिष के मुताबिक, यह योग सुबह 06 बजकर 08 मिनट से बन रहा है जो दोपहर 01 बजकर 48 मिनट पर खत्म होगा। इतना ही नहीं इस दिन स्वाति और विशाखा नक्षत्र (swati and vishakha nakshatra) का बनने वाला है, ऐसे में 3 राशियों मकर मिथुन और मेष राशि पर भगवान गणेश का जमकर आर्शीवाद बरसने वाला है। वही अन्य राशियों के लिए सामान्य रहेगी, मगर गणेशजी की साधना करते है तो शुभ परिणाम आएंगे। सबसे अहम 17 सितंबर को सूर्य और शनि के अशुभ योग का भी प्रभाव समाप्त हो जाएगा, जिससे मेष और मिथुन राशि वालों को बहुत लाभ मिलेगा।

जानिए इन योग काे महत्व के बारें में

Shubh Yog: ज्योतिष के मुताबिक, जब बृहस्पति, शुक्र और बुध क्रमशः 9वें और 11वें घर और बढ़ते या 10वें घर के शासकों से केंद्र (वर्ग) स्थिति में होते हैं, तब बह्ना योग बनता है। एक असामान्य योग के रूप में, ब्रह्म योग किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में कभी भी संपूर्ण रूप से नहीं पाया जाता है। वही शुक्ल योग में गुरु कृपा बरसती है ।यह योग मधुर चांदनी रात की तरह होता है अर्थात जैसे चांदनी की किरणें स्पष्ट बरसती हैं वैसे ही कार्य में सफलता जरूर मिलती है। शुभ योग में काम करने से मनुष्य महान बनता है तथा प्रसिद्धि को प्राप्त करता है।

Shubh Yog: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुल 27 नक्षत्र होते है , इसमें स्वाति नक्षत्र पंद्रहवाँ नक्षत्र माना जाता है। स्वाति’ शब्द हिंदी के दो शब्दों सु और अति से बना है। सु का मतलब कुछ ऐसा है जो कल्याण की ओर ले जाता है और अच्छा और शुद्ध है। अति का अर्थ है प्रचुरता। इसलिए, स्वाति नक्षत्र शब्द का अर्थ है शुद्धता या बहुतायत में अच्छाई।वही विशाखा नक्षत्र में जब चंद्रमा की स्थिति अपनी राशि में 20:00 से 03:20 डिग्री के बीच होती है तब बहुत शुभ माना जाता है।

3 राशियों के लिए लकी साबित होंगे ये 3 योग
मिथुन राशि

Shubh Yog: सालों बाद एक साथ तीन शुभ योगों का बनना जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। भाग्योदय हो सकता है। लंबे समय से अटका और फंसा हुआ धन मिल सकता है। छात्रों को किसी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। कारोबारियों को विशेष लाभ मिल सकता है, धनलाभ के प्रबल योग है। आय में वृद्धि होगी ।

मकर राशि

Shubh Yog: सालों के बाद एक साथ 3 शुभ योग का बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। व्‍यवसाय में विशेष लाभ होगा होने के संकेत है। आय वृद्धि और मुनाफे में इजाफा होने के आसार है। यात्रा पर जा सकते है। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहेगा। इंक्रीमेंट या प्रमोशन हो सकता है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में धन का लाभ हो सकता है। मान-सम्मान में वृद्धि होगी और समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

मेष राशि

Shubh Yog: 19 सितंबर को 3 शुभ योग का एक साथ बनना जातकों के लिए बहुत लकी साबित होने वाला है। संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिल सकता है।अटके और रुके कामों को गति मिलेगी। समाज में मान- सम्मान बढ़ेगा। छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा। करियर में सफलता मिल सकती है। आकस्मिक धनलाभ भी हो सकता है। नई योजना पर काम करना लाभ दे सकता है। प्रापर्टी में निवेश के लिए समय अनुकूल रहेगा।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, IBC24 किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)

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