नई दिल्ली। Kharmas 2024: हिंदू धर्म में वैसे तो साल के 12 महीने हर दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा, व्रत, त्योहार, पूर्णिमा आदि मनाए जाते हैं। वहीं खरमास हिंदू धर्म में ऐसा समय होता है जब सूर्य बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं। यह घटना हर साल दो बार होती है। खरमास को धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना गया है, इसलिए इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे अन्य शुभ कार्यों पर प्रतिबंध लग जाता है।
बता दें कि, इस साल खरमास 15 दिसंबर 2024 से आरंभ हो रहा है। जिसका समापन 14 जनवरी 2025, मंगलवार को है। खरमास के इस महीने में श्रीहरि, माता लक्ष्मी और भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। कहा जाता है कि खरमास के दिन सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। खरमास में तुलसी पूजा, सूर्य को अर्घ्य और विष्णु जी की उपासना करने का विधान है। इस दौरान कहा जाता है कि कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। वहीं इस बीच विवाह समेत अन्य सभी मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध रहेगा।
खरमास में शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार जैसे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। पूजा-पाठ, दान-पुण्य, जप, तप आदि धार्मिक कार्य करने के लिए खरमास का समय शुभ माना जाता है। खरमास में तीर्थ यात्रा करना भी शुभ माना जाता है। खरमास में गरीबों को अन्न, वस्त्र, धन का दान करना पुण्यदायी माना जाता है। इसी के साथ ही खरमास में तामसिक वस्तुओं जैसे लहसुन, प्याज, मांस, मछली आदि का सेवन वर्जित होता है। इसके अलावा मदिरा नहीं पीना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ जाता है, इसलिए विवाह, गृह प्रवेश, या अन्य शुभ कार्यों को करने की इस दौरान मनाही होती है। खरमास के दौरान जब सूर्य कमजोर होता है, तब प्रकृति में शुभता कम हो जाती है। इसलिए शुभ-मांगलिक कार्यों का भी अच्छा प्रभाव आपको नहीं मिल पाता।
खरमास 2024, भारतीय पंचांग के अनुसार, एक विशेष समय अवधि है जब सूर्य का स्थान मिथुन राशि से तुला राशि में होता है। इसे असमय समय या अशुभ अवधि माना जाता है, जो 2024 के अंत में शुरू होगी।
खरमास 2024 के दौरान विशेष रूप से शुभ कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है, जैसे शादी, गृह प्रवेश या नए व्यापार की शुरुआत। यह समय पवित्र कार्यों और धार्मिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने का है।
खरमास 2024 के दौरान यात्रा करने में कोई विशेष बुरा असर नहीं होता, लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से इस समय यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। यह समय ध्यान, साधना और आत्मिक विकास के लिए उपयुक्त होता है।
खरमास 2024 में पूजा और ध्यान अधिक महत्व रखते हैं। यह समय आध्यात्मिक उन्नति और आत्म-समर्पण के लिए उपयुक्त है। लोग इस समय विशेष रूप से घर में पूजा और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।
खरमास 2024 में अपनी सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। इस दौरान मानसिक शांति और शारीरिक आराम पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है, ताकि आप आगामी समय में बेहतर स्वास्थ्य का अनुभव कर सकें।
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