Hartalika Teej Mantra : हिंदू धर्म में तीज के पर्व का बेहद महत्व है। इस साल तीज का यह त्योहार 6 सितंबर को मनाया जाएगा। हरतालिका तीज व्रत पति की लंबी उम्र के लिए किया जाने वाला सबसे कठिन व्रत माना जाता है। इस व्रत में लगभग 30 घंटों तक अन्न और जल कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता है। मान्यताओं अनुसार सबसे पहले माता पार्वती ने ये व्रत किया था। कहते हैं भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को पार्वती जी ने रेत से शिवलिंग बनाकर उसकी विधि विधान पूजा की थी। इसी व्रत के परिणामस्वरूप उन्हें भगवान शिव की प्राप्ति हुई थी। कहा जाता है कि इस व्रत को करते समय भगवान शिव और माताा पार्वती के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। ऐसे में यहां कुछ मंत्र दिए हैं जिनकी मदद से आप आप भगवान शिव और माता पार्वती को खुश कर सकते हैं।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 5 सितंबर दिन गुरुवार को दोपहर 12:21 बजे शुरू होगी और 6 सितंबर दिन शुक्रवार को दोपहर 3:01 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार हरतालिका तीज 6 सितंबर को मनाई जाएगी। जो महिलाएं 6 सितंबर को हरतालिका तीज का व्रत रखेंगी उनके लिए पूजा का सिर्फ 2 घंटे 31 मिनट का पवित्र मुहूर्त होगा।
हरतालिका तीज के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
नहाने के बाद एक साफ स्थान पर चौकी बिछाकर उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
एक चौकी पर शिवलिंग स्थापित करें और शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं और बेल पत्र चढ़ाएं।
शिवलिंग और माता पार्वती की मूर्ति को फूलों और चंदन से सजाएं. दीपक जलाएं और धूप दें।
शिवलिंग को फल और मिठाई का भोग लगाएं और माता पार्वती की मूर्ति पर सिंदूर लगाएं।
पूजा के दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’, ‘ॐ पार्वती नमः’ आदि मंत्रों का जाप करें।
पूजा के अंत में हरतालिका तीज की कथा अवश्य सुनें।
पूजा खत्म होने के बाद गरीबों और जरूरतमंद लोगों को दान कर सकते हैं।
ऊँ शं शंकराय भवोद्भवाय शं ऊँ नमः
नमामिशमीशान निर्वाण रूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं
ऊँ शं विश्वरूपाय अनादि अनामय शं ऊँ
ऊँ क्लीं क्लीं क्लीं वृषभारूढ़ाय वामांगे गौरी कृताय क्लीं क्लीं क्लीं ऊँ नमः शिवाय
ऊँ शं शं शिवाय शं शं कुरु कुरु ऊँ
ऊँ साम्ब शिवाय नमः
ऊँ पार्वत्यै नमः