Pitru Paksha Ke Upay by Pandit Pradeep Mishra : देवी देवताओं को हिंदू धर्म में जितना महत्व दिया जाता है उतना ही पितरों का भी माना जाता है। जिस तरह देवी देवताओं के लिए अलग अलग त्यौहार होते हैं जिनमें उन्हें प्रसन्न किया जाता है ठीक उसी तरह पितरों के लिए श्राद्ध पक्ष या फिर पितृ पक्ष मनाया जाता है। इस दौरान पितरों के निमित्त श्रद्धा और तर्पण जैसे कार्य किए जाते हैं। पितरों की पूजा अर्चना की जाती है ताकि उनकी आत्मा तृप्त रहे और जीवन में किसी भी तरह की कोई समस्या देखना ना देखना पड़े। इस साल पितृ पक्ष का प्रारंभ 17 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा के दिन से हो रहा है।
Pitru Paksha Ke Upay by Pandit Pradeep Mishra : बता दें कि कई लोगों की कुंडली में पितृ दोष जैसी समस्या रहती है जिसकी वजह से उन्हें जीवन में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनके पास धन की भी कमी होने लगती है साथ ही इससे छुटकारा पाने के लिए वह कई तरह के उपाय करते हैं लेकिन उन्हें कोई फायदा देखने को नहीं मिलता।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में प्रबल पितृ दोष हो तो उन्हें पितरों का तर्पण अवश्य करना चाहिए। तर्पण मात्र से ही हमारे पितृ प्रसन्न होते हैं। वे हमारे घरों में आते हैं और हमको आशीर्वाद प्रदान करते हैं। यदि कुंडली में पितृ दोष हो तो इन सोलह दिनों में तीन बार एक उपाय करिए। सोलह बताशे लीजिए। उन पर दही रखिए और पीपल के वृक्ष पर रख आइये। इससे पितृ दोष में राहत मिलेगी। यह उपाय पितृ पक्ष में तीन बार करना है।
दूरदराज में रहने वाले, सामग्री उपलब्ध नहीं होने, तर्पण की व्यवस्था नहीं हो पाने पर एक सरल उपाय के माध्यम से पितरों को तृप्त किया जा सकता है। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खड़े हो जाइए। अपने दाएं हाथ के अंगूठे को पृथ्वी की ओर करिए। 11 बार पढ़ें ‘ऊं पितृदेवताभ्यो नम:। ऊं मातृ देवताभ्यो नम:।।’