Good Things for Temple : नई दिल्ली। हिंदू पुराणों एक अनुसार घर के मंदिर में कई चीजें रखना बेहद अशुभ फल देता है। भारतीय परंपरा के अनुसार जब भी कोई व्यक्ति घर बनाता है तो उसमें मंदिर के लिए अलग से जगह छोड़ी जाती है। बिना मंदिर के कोई भी घर शुभ नहीं माना जाता। ईश्वर की साधना के लिए घर में इस स्थान को जरूरी समझा जाता है। ज्योतिषों के अनुसार घर के मंदिर में भूलकर भी तीन चीजें नहीं रखनी चाहिए। इस वस्तुओं को घर के मंदिर में रखने से खुशियां आते-आते चली जाती है। इतना ही नहीं शुभ समाचार भी अशुभ में बदल जाता है। तो भूलकर भी इन 3 चीजों को अपने घर के मंदिर में न रखें।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
हिंदू धर्म में भगवान की स्वस्छ और अखंड मूर्तियां रखनी चाहिए। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, घर के मंदिर में कभी भी खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करना ईश्वर का अपमान माना जाता है। मंदिर में खंडित मूर्ति रहने से घर में अशुभता का प्रभाव बढ़ता है। घर के मंदिर में अगर खंडित मूर्ति हो तो उसे तुरंत नदी, तालाब या नहर में विसर्जित कर देना चाहिए।
घर के मंदिर में हमेशा भगवान की शांत मुद्रा वाले तस्वीरें या प्रतिमाएं रखनी चाहिए। मंदिर में कभी भी भगवान के रौद्र रूप वाली प्रतिमाएं नहीं रखनी चाहिए। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, भगवान के रौद्र रूप वाली मूर्तियां रखने का अर्थ होता है कि देवी-देवता स्वयं उस घर पर अपना क्रोध व्यक्त कर रहे हैं। देवी-देवताओं की हमेशा शांत, प्रसन्न मुद्रा और आशीर्वाद देने वाली प्रतिमा ही रखनी चाहिए। रौद्र रूप वाली तस्वीरें रखने से घर में हमेशा कलेश होता है।
Read More : शॉपिंग मॉल में ताबड़तोड़ फायरिंग, कई लोगों की मौत, सामने आई डरा देने वाली तस्वीरें
अक्सर हम देखतें हैं कई घरों में मंदिर में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां और तस्वीरें लगी रहती है। भारतीय सभ्यता के अनुसार घर में एक से अधिक देवी-देवता की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि मंदिर में एक से अधिक तस्वीरों या मूर्तियों के रहने से घर का वातावरण खराब होने लगता है। घर की सुख-समृद्धि के लिए केवल एक ही भगवान की प्रतिमा रखें।
मिथुन समेत इन 7 राशि के जातकों की चमकने वाली…
17 hours agoNavgrah Chalisa : जिस घर में नियमित रूप से होता…
19 hours agoKal Ka Rashifal: साल के आखिरी शनि प्रदोष व्रत के…
19 hours ago