shubh muhurat or puja vidhi

Paush Amavasya 2024: पौष अमावस्या पर करें ये काम, एक झटके में दूर होगा पितृ दोष, शुभ मुहूर्त और पूजा मुहूर्त जानें यहां

Paush Amavasya 2024 : पौष माह पितरों को समर्पित माह के रूप में जाना जाता है। इसे छोटा श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। पौष माह में इस साल की पहली

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Modified Date: January 6, 2024 / 04:16 PM IST
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Published Date: January 6, 2024 4:16 pm IST

नई दिल्ली : Paush Amavasya 2024: कई लोग ऐसे होते हैं जिनको अपने जीवन में पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। पितृ दोष का सामना कर रहे लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अब ऐसा समय आ गया है जिसमे लोगों के जीवन से पितृ दोष दूर हो जाएगा। दरअसल पौष माह पितरों को समर्पित माह के रूप में जाना जाता है। इसे छोटा श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। पौष माह में इस साल की पहली अमावस्या होगी, जिस दौरान पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है। आज हम आपको पौष अमावस्या का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में बताने वाले हैं।

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पौष अमावस्या का शुभ मुहूर्त

Paush Amavasya 2024:  पौष माह की अमावस्या तिथि 10 जनवरी को रात में 8 बज कर 10 मिनट में शुरू होगी। जिसका समापन अगले दिन 11 जनवरी को शाम के समय 5 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में पौष अमावस्या 11 जनवरी गुरुवार के दिन मनाया जाएगा।

ये कार्य करने से पूर्वजों की आत्मा को मिलती है शांति

इस दिन पूर्वजों के नाम से तर्पण, पिंडान, पवित्र नदी में स्नान, दान और उन्हें अर्घ्य दें। ऐसा करने से उनकी आत्मा को शांति मिलेगी। ऐसा करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।

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पौष अमावस्या में पूजा विधि

Paush Amavasya 2024:  पौष अमावस्या के दिन सूर्य देवता को स्नान करने के बाद एक लोटे में जल लेकर उसमें लाल रंग के फूल के साथ काले तिल को डालकर अर्घ्य दें। ध्यान रखें कि अर्घ्य देते समय अपने अपने पितरों को मन में नाम जरूर लें। ऐसा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।

इन कार्यों को करने से मिलेगा पूर्वजों का आशीर्वाद

इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर के जल जरूर अर्पित करें। ऐसा करने से पूर्वज आशीर्वाद देते हैं. हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ में पितरों का वास माना जाता है। वहीं इस दिन अपनी इच्छानुसार जरूरतमंदों को चावल, दूध, गर्म कपड़े और उन्हें भर पेट भोजन जरूर कराएं। ऐसा करने से पूर्वजों की कृपा दृष्टि बनी रहती है।

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