Lord Vishnu | भगवान विष्णु: हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। उसी तरह गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और गुरु देव बृहस्पति को समर्पित है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की पीले फूलों, पीले वस्त्र, तुलसी के पत्ते, अक्षत्, धूप, दीप, पंचामृत आदि से पूजन करना चाहिए। उसके बाद आसन पर बैठकर विष्णु मंत्र या गुरू मंत्र का जाप करना चाहिए।
बृहस्पतिवार को गुरु की पूजा करने से बृहस्पति मजबूत होगा, जिससे जीवन में सफलता मिलेगी। लोगों के यश, वैभव कीर्ति में वृद्धि होगी। गुरु के मजबूत होने से विवाह में होने वाली अड़चनें और देरी दूर होती हैं। इसके लिए आपको गुरु के बीज मंत्रों का जाप भी करना चाहिए।
1. भगवान विष्णु का गायत्री मंत्र:गुरुवार के दिन विधि-विधान से पूजा अर्चना के बाद विष्णु गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
2. विष्णुजी के बीज मंत्र: गुरुवार के दिन विष्णु जी के बीज मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का जाप करना चाहिए। यह जीवन के लिए बहुत फलदायी होता है। पहला मंत्र बृहस्पति देव का बीज मंत्र है। इसके पाठ से गुरु दोष समाप्त होता है।
ओम बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नमः।
ॐ ऐं श्री बृहस्पतये नमः।
3. विष्णु मंत्र: गुरुवार के दिन सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए विष्णु मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे सारे कष्ट दूर होते हैं और जीवन मे सुख शांति बनी रहती है।
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Lord Vishnu | भगवान विष्णु: 4. विष्णु कृष्ण अवतार मंत्र: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के कृष्ण अवतार मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान श्री कृष्ण आपके सभी कष्टों को दूर करते हैं और आपके जीवन में खुशियों का संचार होने लगता है।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।
5. सुख, समृद्धि और संपत्ति के लिए विष्णु मंत्र: गुरुवार के दिन सुख समृद्धि के लिए विष्णु जी के मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से भगवान विष्णु की भक्तों पर कृपा बनी रहती है।
ओम भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।ओम भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
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