Chaitra Navratri Me Maa Durga Ka Shringar Kaise Kare?

Maa Durga Ka Shringar: 30 मार्च से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि! इन चीजों से करें मां दुर्गा का श्रृंगार, मिलेगा सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद

चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू हो रही है। इस दिन मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है!Chaitra Navratri 2025 Maa Durga Ka Shringar

Edited By :  
Modified Date: March 22, 2025 / 11:19 AM IST
,
Published Date: March 22, 2025 11:14 am IST
HIGHLIGHTS
  • हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही खास माना जाता है।
  • इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से शुरू हो रही है।
  • मां दुर्गा का हर दिन अलग-अलग वस्त्रों के साथ श्रृंगार किया जाता है।

नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2025 Maa Durga Ka Shringar: हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही खास माना जाता है। नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं। वहीं चैत्र नवरात्रि चैत्र महीने में पड़ती है। इसकी शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होती है और नवमी तिथि पर समापन होता है।

Chaitra Navratri 2025 Maa Durga Ka Shringar: वहीं इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से शुरू हो रही है। इस दिन मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के श्रृंगार का भी विशेष महत्व माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों का विधिपूर्वक पूजन किया जाता है और इस दौरान माता से सुख-शांति एवं समृद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता है।

read more : Shaniwar Ke Upay in Hindi: विधि-विधान से करें शनिदेव का पूजन, सारे कष्टों से मिलेगी मुक्ति, आज के दिन करें ये खास उपाय 

नवरात्रि के दौरान हर कोई माता रानी के रंग में रंगा होता है। कोई व्रत रखता है तो कोई रोजाना मंदिर की सफाई कर मां दुर्गा को खुश करता है। बता दें कि इस दौरान मंदिर सजाने के साथ-साथ देवी को भी खूब सजाया जाता है। कुछ लोग उनकी प्रतिमा को गजरा पहनाते हैं तो कुछ पायल। मां दुर्गा का हर दिन अलग-अलग वस्त्रों के साथ श्रृंगार किया जाता है हालांकि कि श्रृंगार के दौरान कुछ चीजें ऐसी हैं जिनहें जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।

1.लाल जोड़ा- नवरात्रि के दौरान माता रानी को लाल रंग का जोड़ा या लाल रंग की चुनरी पहनाना चाहिए। मान्यताएं हैं कि यही रंग माता रानी का मनपसंद है।

2. मेहंदी- मां दुर्गा को मेहंदी अतिप्रिय मानी जाती है, इसलिए उनके श्रृंगार के दौरान मेहंदी का प्रयोग किया जाना आवश्यक होता है।

3. चूड़ियां- हिंदू धर्म में किसी भी सुहागिन महिला के लिए चूड़ी को धारण करना आवश्यक होता है। चैत्र नवरात्रि में माता के श्रृंगार के लिए भी लाल रंग की चूड़ी श्रृंगार में उपयोग किया जाता है।

4.मांग टीका- मांग टीका भी 16 श्रृंगार का हिस्सा है। ऐसे में माता रानी को तैयार करते वक्त उनके माथे के बीच में मांग टीका जरूर लगाना चाहिए।

5. काजल – मां दुर्गा के सोलह श्रृंगार में काजल भी एक महत्वपूर्ण चीज मानी जाती है। अगर मां दुर्गा की घटस्थापना की है तो उनके श्रृंगार के दौरान काजल का प्रयोग भी आवश्यक तौर पर किया जाना चाहिए।

6. पायल- पायल में मौजूद तत्व बहुत अच्छे मानें जाते हैं इसलिए आप जब भी देवी मां का श्रृंगार करें पायल जरूर पहनाएं। जरूरी नहीं है कि आप चांदी की पायल ही खरीदें। आप सामान्य पायल खरीदकर भी माता रानी को पहना  सकते हैं।

7.बिछियां- पैरों में पहने जाने वाला चांदी का बिछिया एक सुहागन का प्रतीक होता है। नवरात्रि पर देवी का श्रृंगार करते वक्त आप बिछुआ जरूर पहनाएं।

8. बिंदी/झुमका- इन सभी चीजों के अलावा आप देवी मां को झुमके और बिंदी से भी जरूर सजाएं। साथ ही पैरों पर लाल आलता भी लगा सकते हैं।

9. गजरा- यह बहुत कम लोग ही जानते हैं लेकिन गजरा भी श्रृंगार काल हिस्सा है। ऐसे में नवरात्रि में श्रृंगार करते वक्त मां दुर्गा के साथ-साथ खुद भी गजरा पहनना चाहिए।

10. मंगलसूत्र– किसी भी विवाहित स्त्री के जीवन में मंगलसूत्र का विशेष महत्व होता है। विवाह के दौरान पति के द्वारा मंगलसूत्र पत्नी को पहनाया जाता है। माता दुर्गा के श्रृंगार के दौरान उन्हें भी मंगलसूत्र चढ़ाया जाता है, ताकि मां का आशीर्वाद बना रहे।

11.नथ, बाजूबंद – माता का श्रृंगार करते समय नथ और बाजूबंद का भी इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही कमरबंद भी मां दुर्गा को अर्पित किए जाते हैं। ऐसा करने से माता रानी की कृपा बनी रहती है।

चैत्र नवरात्रि 2025 कब शुरू हो रही है?

चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू हो रही है। यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से आरंभ होता है और नवमी तिथि पर समाप्त होता है।

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के किस रूप की पूजा की जाती है?

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में हर दिन एक विशेष रूप की पूजा होती है।

नवरात्रि में मां दुर्गा का श्रृंगार कैसे किया जाता है?

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा का श्रृंगार विशेष महत्व रखता है। कुछ लोग देवी को गजरा, पायल, और सुंदर वस्त्र पहनाते हैं। श्रृंगार के दौरान देवी के रूप को सजाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है।

चैत्र नवरात्रि के दौरान व्रत रखने के लाभ क्या हैं?

चैत्र नवरात्रि के व्रत से मानसिक शांति, सुख-समृद्धि, और आत्मिक उन्नति की प्राप्ति होती है। इस दौरान देवी मां से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत रखने का महत्व है।

क्या नवरात्रि के दौरान मंदिर सजाने का विशेष महत्व है?

हां, नवरात्रि के दौरान मंदिर सजाने का विशेष महत्व है। यह पूजा का एक अभिन्न हिस्सा है और इसका उद्देश्य देवी को प्रसन्न करना और वातावरण में दिव्य ऊर्जा का संचार करना है।