Ash Wednesday 2024: इस दिन से शुरू हो रहा ऐश वेडनेसडे, जानिए ईस्टर से पहले 40 दिनों तक क्यों उपवास रखते हैं ईसाई  |Ash Wednesday 2024

Ash Wednesday 2024: इस दिन से शुरू हो रहा ऐश वेडनेसडे, जानिए ईस्टर से पहले 40 दिनों तक क्यों उपवास रखते हैं ईसाई 

Ash Wednesday 2024: इस दिन से शुरू हो रहा ऐश वेडनेसडे, जानिए ईस्टर से पहले 40 दिनों तक क्यों उपवास रखते हैं ईसाई 

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Modified Date: February 5, 2024 / 07:51 PM IST
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Published Date: February 5, 2024 7:49 pm IST

Ash Wednesday 2024: 14 फरवरी वैलेंटाइन डे के दिन ऐश वेडनेसडे मनाया जाएगा। इस दिन से दुनियाभर के ईसाई 40 दिन के उपवास पर्व की शुरुआत करते हैं। ऐश वेडनेसडे को लेंट डे भी कहा जाता है। ईसाई धर्म के लोग इसे दुख भोग के रूप में मनाते हैं। इन 40 दिनों तक ईसाई व्रत रखते हैं। लेंट के दौरान लोग प्रभु ईशु के बलिदान को याद करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि ईसा मसीह ने 40 दिन का व्रत रखा था जिसके बाद से 40 दिन के व्रत को त्याग, बलिदान के रूप में मनाया जाता है।

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कब है ऐश वेडनेसडे 

इस साल ऐश वेडनेसडे की शुरुआत 14 फरवरी को होगा। ऐश वेडनेसडे आमतौर पर पश्चाताप और प्रार्थना पर केंद्रित होता है। यह ईस्टर से 40 दिन पहले पड़ता है। इस दिन से ही लेंट की शुरुआत होती है, जो ईस्टर तक चलता है।

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ऐस वेडनसडे का महत्व 

ऐस वेडनसडे से लेकर ईस्टर तक 40 दिनों में ईसाई ईसा मसीह द्वारा दिए गए बलिदान को याद करते हैं। इस दिन का मकसद प्रभु ईसा मसीह पर भरोसा करना, त्याग और मंथन करना है। इन 40 दिनों के दौरान ईसाई मांस नहीं खाते और अपने अहंकार को दूर करते हैं। वहीं, इस दिन लोग दान करना काफी अच्छा मानते हैं। इस दिन ईसाई धर्म में माथे पर राख से क्रॉस बनवाने की प्रथा है। इसके पीछे का मकसद ये होता है कि याद रखें कि आप मिट्टी हो और एक दिन मिट्टी में ही लौट जाओगे। इसके साथ ही लोग अपनी गलती स्वीकार कर अहंकार छोड़ने की प्रार्थना करते हैं।

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