नागपुर: अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में 22 जनवरी को होने जा रहे भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए महाराष्ट्र के अमरावती से 500 किलोग्राम ‘कुमकुम’ की पत्तियां भेजी गई हैं। आध्यात्मिक नेता राजेश्वर मौली और जितेंद्रनाथ महाराज के हाथों ‘कुमकुम’ की पत्तियां अयोध्या भेजी गई हैं। कुमकुम की पत्तियां अयोध्या रवाना करने के संबंध में बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में सांसद नवनीत राणा शामिल हुईं। भारत में कुमकुम की पत्तियों का गहरा सामाजिक और धार्मिक महत्व है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सभी परंपराओं के संतों को भी निमंत्रण दिया गया है। मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, यह समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों की अवधि में आयोजित किया जा रहा है। 22 जनवरी को राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें गणमान्य व्यक्ति और सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। वही अयोध्या के साथ ही देशभर में दीवाली जैसा माहौल है। रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू हो गया है, जिससे शहर के राम भक्तों में काफी उत्साह है।