Political tussle over 'invitation'! With Ram's support... work is done

SarkarOnIBC24: ‘आमंत्रण’ पर सियासी घमासान! राम सहारे.. काज संवारे, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जारी है सियासी घमासान

Ram Mandir Pran Pratishtha : प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को लेकर सियासत हर दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। जो कांग्रेसी बार-बार ये कह रहे हैं कि

Edited By :  
Modified Date: February 2, 2024 / 11:07 AM IST
,
Published Date: January 15, 2024 11:09 pm IST

भोपाल : Ram Mandir Pran Pratishtha : प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को लेकर सियासत हर दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। जो कांग्रेसी बार-बार ये कह रहे हैं कि ये बीजेपी का पॉलिटिकल इवेंट है। अब वही कांग्रेसी कह रहे हैं कि जिस-जिस ने राम मंदिर के लिए पैसे दिए हैं सबको आमंत्रण आना चाहिए।

यह भी पढ़ें : Bharat Jodo Nyay Yatra : ‘न्याय यात्रा’ पर वार…आरोपों में कितनी धार? प्रदेश में सियासी पारा हुआ है 

Ram Mandir Pran Pratishtha : रविवार को उज्जैन से सीएम डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस को नसीहत दी कि रामलला का आमंत्रण ठुकराने वाले दोबारा विचार करें नहीं तो आंधी उठेगी। ठीक अगले दिन सोमवार को पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम मोहन यादव का 22 जनवरी को ड्राई डे घोषित किए जाने के लिए आभार जताया और खुद के लिए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रण भी मांग लिया।

ठीक सुना आपने कि पूर्व मंत्री पीसी शर्मा कह रहे है कि जिस-जिस ने राम मंदिर के लिए पैसे दिए, सबको आमंत्रण आना चाहिए। मैंने भी सहयोग राशि दी है मेरे पास भी आमंत्रण आना चाहिए। अब अचानक से पीसी शर्मा के इस हृदय परिवर्तन को सीएम मोहन य़ादव के कल के दोबारा सोचने वाले बयान का असर भी माना जा रहा है। जिस पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा कह रहे हैं कि PC शर्मा की अयोध्या जाने की इच्छा है। श्रीराम के दर्शन करने सबको जाना। हालांकि कांग्रेस लगातार यही कह रही है कि हम अयोध्या जरूर जाएंगे लेकिन 22 जनवरी के बाद। वो बीजेपी के चुनावी इवेंट का हिस्सा नहीं बनेंगे।

यह भी पढ़ें : Chhattisgarh Politic : अकबर का बंगला…अब रामभक्त का अंगना! जारी है वार और पलटवार 

Ram Mandir Pran Pratishtha : बहरहाल अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो चुका है। समारोह का निमंत्रण कांग्रेस ठुकरा चुकी है। हालांकि कार्यकर्ताओं का एक वर्ग पार्टी की रणनीति से सहमत नहीं है। ऐसे में बीजेपी लगातार कांग्रेस को राम और सनातन विरोधी बताकर घेर रही है तो कांग्रेस कह रही है कि राम अकेले बीजेपी के नहीं है। जाहिर है कुछ महीने बाद लोकसभा का चुनाव होना है ऐसे में कांग्रेस ये संदेश देने की कोशिस कर रही है कि वो 22 जनवरी के बीजेपी के कार्यक्रम से दूर है ना कि राम से।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp