Mamata Banerjee Rejects Ayodhya Invite on Assam CM : अयोध्या। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले नए भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जोरो शोरो से तैयारियां की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश और विदेश से लाखों रामभक्त राम मंदिर के उद्घाटन अवसर पर अयोध्या पहुंचेंगे। VVIP मेहमानों का स्वागत करने के लिए अयोध्या को संजाने संवारने का काम चल रहा है। देश के कई राज्यों से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए हर संभव मदद और योगदान दिए जा रहे हैं।
Mamata Banerjee Rejects Ayodhya Invite on Assam CM : वहीं कांग्रेस द्वारा राम मंदिर की प्राण का निमंत्रण अस्वीकार करने पर सियासत तेज हो गई है। लगातार बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साधती हुई नजर आ रही है। तो वहीं कांग्रेस पलटवार करने हुए कहती है इस मंदिर को बीजेपी ने राजनीति का एक मुहरा बना लिया है। साथ ही कांग्रेस का कहना है कि जरूरी नहीं की हम 22 जनवरी को ही अयोध्या जाएं.. राम तो सब हैं और हम भी राम भक्त हैं इसलिए हम कभी भी अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं।
असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “जिस भी मुख्यमंत्री को बाबर का वोट चाहिए वो राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाएंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बाबर का वोट चाहिए कि राम का आशीर्वाद ये 22 जनवरी को पता चल जाएगा।”
#WATCH कोलकाता (पश्चिम बंगाल): मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “जिस भी मुख्यमंत्री को बाबर का वोट चाहिए वो राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाएंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बाबर का वोट चाहिए कि राम का आशीर्वाद ये 22 जनवरी को पता चल जाएगा।” pic.twitter.com/p3u45WS6gB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 13, 2024
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “…वे बाबर से प्यार करते हैं, भगवान राम से नहीं। इसलिए उन्हें आमंत्रित करने का निर्णय गलत था और केवल भगवान राम में आस्था रखने वालों को ही ऐसा करना चाहिए।” आमंत्रित किया गया है। भगवान राम और बाबर के बीच, गांधी परिवार सबसे पहले बाबर को प्रणाम करेगा…”
#WATCH | On Congress declining the invitation for Ram Temple ‘Pran Pratishtha’, Assam CM Himanta Biswa Sarma says, “…They love Babur, not Lord Ram. So the decision to invite them was wrong and only those who have faith in Lord Ram should have been invited. Among Lord Ram and… pic.twitter.com/HFZSPvmzm6
— ANI (@ANI) January 13, 2024