Digvijay Singh Tweet: "भाजपा का मकसद मंदिर बनाना नहीं, मस्जिद गिराना था.. कांग्रेस ने कभी नहीं किया मंदिर निर्माण का विरोध" | Digvijay Singh Tweet

Digvijay Singh Tweet: “भाजपा का मकसद मंदिर बनाना नहीं, मस्जिद गिराना था.. कांग्रेस ने कभी नहीं किया मंदिर निर्माण का विरोध”

Edited By :   Modified Date:  January 16, 2024 / 11:30 AM IST, Published Date : January 16, 2024/11:30 am IST

भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के बयान का बचाव किया हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट साझा करते हुए पार्टी का स्टैंड भी क्लीयर किया हैं। दिग्विजय सिंह ने साफ़ किया हैं कि कांग्रेस ने कभी भी राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया। दिग्गी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए इस प्राण प्रतिष्ठा में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगो की अनदेखी का आरोप भी लगाया हैं।

उन्होंने लिखा हैं “कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या जी में राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया। केवल विवादित भूमि में निर्माण हेतु न्यायालय के फ़ैसले तक इंतज़ार करने के लिए कहा था। ग़ैर विवादित भूमि पर भूमि पूजन भी राजीव जी के समय हो गयी थी। नरसिम्हा राव जी ने राम मंदिर निर्माण के लिए ग़ैर विवादित भूमि का अधिग्रहण भी कर दिया था। लेकिन भाजपा, वीएचपी और आरएसएस को मंदिर निर्माण नहीं मस्जिद गिराना था। क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं गिरेगी तब तक मुद्दा हिंदू मुसलमान का नहीं बनता। विध्वंस उनकी चाल व चरित्र में है अशांति फैला कर राजनीतिक लाभ लेना उनकी रण नीति है।

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इसीलिए उनका नारा था “राम लला हम आयेंगे। मंदिर वहीं बनायेंगे”। अब वहाँ क्यों नहीं बनाया? जब उच्चतम न्यायालय ने विवादित भूमि न्यास को दे दी थी? इसका जवाब तो केवल विहिप के चंपत राय जी या पीएम मोदी जी ही दे सकते हैं। मेरी सहानुभूति उन स्वयं सेवक परिवारों के साथ है जो मंदिर निर्माण आंदोलन में शाहिद हुए व वो लोग जिनके ऊपर न्यायालय में आपराधिक मुक़दमे चले। वे क्या आमंत्रित किए गए? निर्मोही अखाड़े के लोग जिन्होनें १७५ वर्षों तक राम जन्म भूमि की लड़ाई लड़ी जिन्होनें अदालत में लड़ाई लड़ी उन्हें क्या आमंत्रित किया? उनके पूजा का अधिकार भी छीन कर वीएचपी के चंपत राय के चयनित स्वयं सेवकों को दे दिया। क्या यही राज धर्म है क्या यही राम राज है?”

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